दुनिया में आपने तरह-तरह के अजूबों को देखा होगा. लेकिन क्या आपने कभी कोई ऐसा आम का पेड़ देखा है जो पेड़ तो सिर्फ एक है, लेकिन उसमें 300 प्रकार के आम के फल लगते हैं. ऐसा ही एक पेड़ भारत में है. इस पेड़ में 300 प्रकार के आम हर साल लगते हैं. लोग पूरी दुनिया से इस पेड़ को देखने आते हैं. इस पेड़ के आम भी बहुत महंगे बिकते हैं. आज हम आपको एक ऐसे ही पेड़ की कहानी बताएंगे और बताएंगे कि आखिर इस नायाब पेड़ को किसने और कहां लगाया है.


कहां है यह नायाब पेड़


यह आम का पेड़ भारत के उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में है. यहां एक बागान में आपको सबसे लंबा और फैला हुआ आम का पेड़ दिखेगा. इसकी चौड़ाई इतनी है कि इसके नीचे कई लोग बैठ कर आराम से पिकनिक मना लें. इस नायाब आम के पेड़ पर तरह-तरह के रंग बिरंगे आम उगते हैं. किसी आम का रंग नारंगी है, तो कोई गुलाबी रंग का है, किसी आम का रंग बैंगनी है, तो कोई पीले रंग का है, कोई गोल है, तो कोई अंडाकार है, तो कोई आम देखने में आपकी किडनी जैसा लगेगा. हालांकि, इन सब आमों का स्वाद बेहद उम्दा है.


किसने लगाया है यह पेड़


इस पेड़ को लगाने वाला कोई और नहीं बल्कि भारत के मैंगो मैन कलीमुल्लाह खान हैं. कलीमुल्लाह की उम्र लगभग 80 वर्ष से ज्यादा है और वह शुरू से ही आम की बागवानी करते आये हैं. कलीमुल्लाह के इस बाग में एक से बढ़कर एक आम के पेड़ हैं. इस बाग को पहली बार उनके दादा ने साल 1900 में लगाया था. कलीमुल्लाह बचपन से ही इस बाग की देखरेख कर रहे हैं और इसके लिए उन्होंने अपनी पढ़ाई लिखाई तक छोड़ दी थी.


300 आमों के प्रकार वाले पेड़ पर साल 1987 में करीमुल्लाह खान ने कटिंग गरफिटिंग के जरिए आम की कई किस्मों को लगाना शुरू किया और धीरे-धीरे वह अपने इस मकसद में कामयाब हो गए और उनके एक ही आम के पेड़ में 300 प्रकार के आम के फल लगने लगे. इस आम के पेड़ की उम्र लगभग 100 साल है और यह आज भी बिल्कुल हरा भरा है.


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