आज से कुछ सौ साल पहले तक इंसान सोच भी नहीं सकता था कि एक लोहे का टुकड़ा आसमान में उड़ भी सकता है. लेकिन आज लोहे का टुकड़ा छोड़िए, धातु से बना इतना बड़ा जहाज जिसमें कई सौ लोग बैठ जाएं वो हवा में कई दिनों तक उड़ता रहता है. चलिए आज इसी कड़ी में आपको दुनिया के 5 सबसे बड़े हवाई जहाजों के बारे में बताते हैं.
एंटोनोव एएन-225 म्रीया
एंटोनोव एएन-225 म्रीया को दुनिया का सबसे बड़ा हवाई जहाज बताया जाता है. इस जहाज को 1980 के दशक में यूक्रेन में डिज़ाइन किया गया था. इस जहाज का मुख्य उद्देश्य भारी और बड़े सामानों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाना था. इस विमान के उड़ान की बात करें तो इस विमान ने अपनी पहली उड़ान 21 दिसंबर 1988 को भरी थी. इस जहाज की खासियत यह है कि यह लगभग 250 टन वजन उठा सकता है.
दूसरे नंबर पर एयरबस A380
एयरबस A380 को दुनिया का सबसे बड़ा यात्री विमान कहा जाता है. यात्री परिवहन के लिए डिज़ाइन किया गया है. इस विमान की यात्री क्षमता लगभग 800 यात्रियों की है. A380 विमान ने अपनी पहली उड़ान 27 अप्रैल 2005 को भरी थी.
तीसरे नंबर पर एंटोनोव एएन-124 रूसी
एंटोनोव एएन-124 रूसी विमान, एंटोनोव एएन-225 के बाद दूसरा सबसे बड़ा कार्गो हवाई जहाज है. इस जहाज की पहली उड़ान 1982 में हुई थी. एएन-124 में फ्रंट-ओपनिंग डोर है, जिससे भारी सामानों को आसानी से लोड और अनलोड किया जाता है. इस जहाज की अधिकतम भार उठाने की क्षमता 150 टन है.
चौथे नंबर पर बोइंग 747-8
बोइंग 747-8 विमान, 747 कैटेगरी का सबसे नया और सबसे बड़ा जहाज है. यह विमान यात्री और कार्गो दोनों के लिए है. इस विमान की लंबाई 76.3 मीटर है. इसकी वजह है कि यह सबसे लंबा यात्री विमान बन गया.
पांचवें नंबर पर एयरबस A340-600
एयरबस A340-600 विमान में चार-इंजन हैं, जो लंबी दूरी की उड़ानों के लिए डिज़ाइन किया गया है. इस विमान की लंबाई की बात करें तो ये 75.36 मीटर है. A340-600 विमान की पहली उड़ान 2002 में हुई थी.
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