दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज पर फहराया गया 735 मीटर ऊंचा तिरंगा, जानें क्या है इस पुल की खासियत
भारत में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में पूरे देश में उल्लास का माहौल था. ऐसे में चलिए जानते हैं कि भारत में ये पुल कहां मौजूद है.
भारत में 15 अगस्त को पूरे देश में उल्लास और खुशी का माहौल था. इस उपलक्ष्य में एक और खास काम किया गया. इस दिन दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल चेनाब रेल ब्रिज पर 735 मीटर ऊंचा भारतीय ध्वज फहराया गया था. यह एक खूबसूरत नजारा और गर्व का क्षण था. ये कार्यक्रम जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में हुआ, जहां रियासी के डिप्टी कमिश्नर और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने ध्वज फहराया. ऐसे में चलिए दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज के बारे में खास बातें जानते हैं.
एफिल टॉवर से भी 35 मीटर ऊंचा है ब्रिज
चेनाब रेल ब्रिज को उल्लेखनीय वास्तुशिल्प चमत्कार कहना गलत नहीं होगा. जो चेनाब नदी से 359 मीटर (लगभग 1178 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है. ये ब्रिज एफिल टॉवर से भी लगभग 35 मीटर ऊंचा है. ये खास पुल स्टील और कंक्रीट से बना है और रियासी में बक्कल और कौरी के बीच सिंगल-ट्रैक रेलवे लाइन को सहारा देता है. इसने अब दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल का खिताब हासिल कर लिया है, जो बुनियादी ढांचे में देश की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि का प्रतीक है.
बढ़ाई गई सुरक्षा
78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारी में पूरे क्षेत्र में सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए. अधिकारियों ने उत्सव के सुरक्षित और सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर कठोर वाहन जांच लागू की. उधमपुर के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) प्रह्लाद कुमार ने एहतियात के तौर पर जनता से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को देने का आग्रह किया था.
इससे पहले दिन में उधमपुर में प्रधान डाकघर ने 'हर घर तिरंगा' अभियान शुरू किया. आजादी का अमृत महोत्सव का हिस्सा यह पहल नागरिकों को अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रोत्साहित करती है. भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर 2021 में शुरू किए गए इस अभियान का उद्देश्य देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देना और भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.
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