जापान में एक डॉल्फिन लोगों पर कर रही है हमला, हमले की वजह बेहद खतरनाक
डॉल्फिन को इंसानों का सबसे करीबी माना जाता है. डॉल्फिन इंसानों पर जल्दी हमला भी करती हैं. लेकिन आज हम आपको जापान के एक ऐसे डॉल्फिन के बारे में बताने वाले हैं, जो इंसानों पर गुस्से में हमला कर रही है.
समुद्र में पाई जाने वाली मछलियों में डॉल्फिन को इंसान सबसे अधिक पंसद करता है. इसकी सबसे बड़ी वजह डॉल्फिन का शांत होना है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे डॉल्फिन के बारे में बताने वाले हैं, जो गुस्से में लोगों के ऊपर हमला कर रही है. माना जा रहा है कि इस डॉल्फिन को किसी साथी की तलाश है. जानिए किन जगहों पर ये डॉल्फिन लोगों पर हमला कर रही है.
डॉल्फिन
सोशल मीडिया से लेकर कई मीडिया रिपोर्ट्स में आपने देखा होगा कि डॉल्फिन इंसानों के साथ दोस्त जैसे रहना पसंद करती हैं. कई बार ये भी देखा गया है कि डॉल्फिन इंसानों की जान बचा रही हैं. लेकिन जापान में एक डॉल्फिन ने जिस तरह से इंसानों पर हमला किया है, ये खबर सुनकर आप निराश हो सकते हैं.
जापान में डॉल्फिन का अटैक
जापान के समुद्री तटों पर डॉल्फिन लोगों पर हमला कर रही है. विशेषज्ञों के मुताबिक इस डॉल्फिन को समुद्र में अपने किसी साथी की तलाश है. एक्सपर्ट का दावा है कि उसे एक साथी की तलाश है, जिसके साथ वह संबंध बना सके. वह अकेली और सेक्सुअली हताश डॉल्फिन है, जो लोगों पर हमला कर रही है. जानकारी के मुताबिक 2022 से लेकर अब तक टोक्यो से लगभग 200 मील (320 किमी) पश्चिम में वाकासा खाड़ी में डॉल्फिन के हमलों में 45 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से अधिकांश हालिया घटनाएं इचिजेन और मिहामा कस्बों के पास हुई है. बीबीसी के मुताबिक हाल ही में एक लड़के पर भी इसी डॉल्फिन ने हमला किया था, जिसकी वजह से उसकी उंगलियों में 20 टांके लगाने पड़े थे.
लोगों से सावधान रहने की अपील
जापान के प्रोफेसर ताडामिची मोरिसाका ने बताया कि यह मानना उचित है कि यह वही डॉल्फिन है. क्योंकि पूंछ के पंख पर घाव पिछले साल तट पर देखी गई डॉल्फिन के समान हैं. डॉल्फिन आमतौर पर समूहों में चलती हैं, लेकिन इसका इतने लंबे समय तक अकेले रहना दुर्लभ है. वहीं एक अन्य विशेषज्ञों ने भी इस पर सुझाव दिया है कि इन सभी हमलों के पीछे इसी डॉल्फिन का हाथ हो सकता है. यह कई इंसानों का पीछा करके उन्हें घायल कर चुकी है. अब फुकुई प्रांत में बीच पर लोगों को अलर्ट करने के लिए पोस्टर लगाए गये हैं.
डॉल्फिन का हताश होना
बता दें कि डॉल्फिन हमेशा ग्रुप में चलती हैं. लेकिन ये हमलावर डॉल्फिन अकेले हैं. शार्क बे डॉल्फिन रिसर्च प्रोजेक्ट के जीवविज्ञानी डॉ. साइमन एलन ने कहा कि हार्मोनल परिवर्तन या सामाजिक अलगाव डॉल्फिन के आक्रामक करने का कार्यों का कारण हो सकता है. डॉ. एलन ने कहा कि वे इतने शक्तिशाली जानवर हैं, इससे मनुष्यों को गंभीर चोट लग सकती है. इसके अलावा अतीत के समय किसी इंसान के साथ बुरा अनुभव भी इस कारण बन सकता है. क्योंकि डॉल्फिन की याददाश्त काफी अच्छी होती है.
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