कार में बैठने के इतने देर बाद ऑन करना चाहिए एसी, एक्सपर्ट ने बताई वजह
भीषण गर्मी के कारण अक्सर लोग गाड़ियों में बैठने के तुरंत बाद एसी ऑन कर देते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि गाड़ी में तुरंत एसी ऑन करना कितना खतरनाक होता है. जानिए कितने देर बाद ऑन करना चाहिए एसी.
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राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में हुई बारिश ने लोगों को राहत दी है. लेकिन उमस और गर्मी से अभी भी छुटकार नहीं मिला है. भीषण गर्मी से बचने के लिए अधिकांश लोग गाड़ियों में बैठने के तुरंत बाद एसी ऑन कर देते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये कितना खतरनाक है. आज हम आपको बताएंगे कि कार में बैठने के कितने देर के बाद आप एसी ऑन कर सकते हैं. जिससे आपको कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा.
कार का एसी
गर्मी से बचने के लिए घर, ऑफिस और गाड़ी हर जगह लोग एसी खोज रहे हैं. गाड़ियों तो अक्सर लोग बैठने के तुरंत बाद एसी ऑन कर देते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि एसी कितने समय के बाद चलाना चाहिए, जिससे इंसान एसी से निकलने वाले गैस से बच सकते हैं. क्योंकि ये गैस स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक होता है.
एसी तुरंत नहीं ऑन करना
एक्सपर्ट के मुताबिक कार में बैठने के बाद तुरंत एसी ऑन नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से गाड़ी में बैठने वाले लोगों के फेफड़ों को नुकसान पहुंचता है. एक्सपर्ट कहते हैं कि जब आप अपनी कार को बाहर धूप में पार्क करते हैं और कुछ देर बाद गाड़ी में बैठते हैं. इस दौरान भीषण गर्मी के कारण लोग तुरंत एसी ऑन करके राहत पाना चाहते हैं. लेकिन समय कार के अंदर का तापमान आपके फेफड़ों (और शरीर) के नियमित तापमान से अधिक होता है, इस दौरान तुरंत एसी ऑन करने से फेफड़े सूख सकते हैं.
एक्सपर्ट के मुताबिक धूप में खड़ी कार में बैठने के बाद खिड़कियां नीचे करके अंदर का तापमान ठंडा होने और सामान्य होने तक 5 मिनट तक इंतजार करना चाहिए. इसके बाद फिर एसी ऑन करना चाहिए. जानकारी के मुताबिक कार के अंदर की हवा शुष्क होने के साथ ही धूल से भी भरी होती है. वहीं अगर एसी वेंट को नियमित रूप से साफ नहीं किया जाता है, तो धूल जमा होने की आशंका बढ़ जाती है. ऐसे दूषित हवा के संपर्क में लंबे समय तक रहने से छींकने, एलर्जी, नाक और गले में सूखापन और अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
जानकारी के मुताबिक किसी गाड़ी के अंदर हवा की क्वालिटी उस कार के ब्रांड पर भी निर्भर करती है. क्योंकि प्रीमियम वाहनों में क्लीनर वेंट और धूल प्रतिरोधी टेक्नालॉजी होती हैं. हालांकि कार के नियमित मॉडल में एयर कंडीशनर चालू होने पर केमिकल्स के निकलने का जोखिम होता है.
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