Accidentally Ingested Chewing Gum: च्युइंगम चबाने को लेकर लोगों में अलग तरह का क्रेज होता है. सबके पास च्युइंगम चबाने का अपना-अपना कारण भी है. कोई कहता है इससे चेहरे की फैट हटेगी,किसी को जॉ लाइन बनानी है,कुछ को लगता है कि इसे चबाने से वो कूल दिखते हैं और कुछ को लगता है कि इससे उन्हें देखने वाले लोग इंप्रेस होते हैं.
युवा और किशोर च्युइंगम चबाते हुए अपने ही मन में खुद की धमक और रुतबा महसूस करते हैं. वहीं बच्चे इसका गुब्बारा फुला कर ऐसे खुश होते हैं मानो जैसे सारे जहान की खुशियां उन्हें मिल गई. हालांकि च्युंइम चबाते-चबाते कई बार ऐसा होता है कि लोग इसे गलती से शरीर के अंदर गटक जाते हैं. इससे शरीर पर क्या असर पड़ता है हम आपको अपने इस आर्टिकल में बताएंगे-
क्या होता है च्युइंगम गटकने का असर-
च्युइंगम के शरीर में पहुंचने से नुकसान को लेकर अलग-अलग बातें होती हैं. कोई कहता है कि इससे सांस अटकती है तो किसी के पास तर्क है कि यह आंतों में चिपक जाती है. हालांकि यह कुछ मामलों में सही भी है.
लेकिन आमतौर पर च्युइंगम गटक जाने पर वह शरीर से वैसे ही बाहर निकलती है जैसे कि कोई अन्य पदार्थ मल के रास्ते बाहर निकलता है. बड़ों की तुलना में च्युइंगम से बच्चों को नुकसान पहुंचने की ज्यादा संभावना है. ऐसे में उनका ध्यान रखना जरूरी होता है.
कितने समय में निकलती है शरीर से बाहर-
च्युइंगम को सामान्य स्थिति में शरीर से बाहर निकलने में एक से दो दिन तक का समय लगता है. रबड़ जैसी होने की वजह से इसे शरीर में आगे बढ़ने में थोड़ा अधिक समय लगता है.
अगर बॉडी च्यूइंगम को एक दिन में बाहर ना निकाल पाए तो ऐसी सिचुएशन में आप डॉक्टर से परामर्श करें. च्यूइंगम शरीर से बाहर नहीं निकल पाती तो शरीर का तापमान भी बढ़ सकता है,कुछ मामलों में बीपी बढ़ने की समस्या भी हो जाती है. जी मचलाना,घबराहट जैसी समस्याएं भी इस वजह से हो सकती है. कई लोगों को एलर्जी भी हो सकती है.
क्या कहते हैं डॉक्टर-
डॉक्टर इसको लेकर बच्चों के प्रति सतर्कता बरतने की बात कहते हैं. आमतौर पर बच्चों के उत्सर्जन अंग बड़ों की तुलना में उतना विकसित नहीं हुए होते हैं. जिससे उन्हें अधिक दिक्कत हो सकती है. हालांकि बड़ों को भी च्युइंगम चबाते हुए सावधानी बरतनी चाहिए.
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