आपने कभी सामने से वरना ना फिल्म या टीवी में स्काई ड्राइव करते हुए किसी ना किसी को देखा ही होगा. ये व्यक्ति आपको किसी पैराशूट के जरिए उड़ते हुए दिखते हैं. बता दें कि पैराशूट एक ऐसा उपकरण है, जो आपातकाल की स्थिति में वायुयान से सफलतापूर्वक जमीन पर उतरने में मददगार होता है. बता दें कि अब पैराशूट के जरिए ही लोग स्काई ड्राइव करते नजर आते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह पैराशूट क्या है और यह उड़ता कैसे है? 


पैराशूट क्या होता है? 


पैराशूट भले ही देखने में साधारण सा लगता है, लेकिन इसे बनाने के पीछे वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत छुपी हुई है.पैराशूट एक ऐसा उपकरण है, जो किसी वस्तु की गति को वातावरण के माध्यम से, घर्षण पैदा करके कम कर देता है. इसे बनाने के लिए मजबूत और हल्के कपड़े का इस्तेमाल किया जाता है. पैराशूट आमतौर पर सिल्क या नायलॉन के बने होते हैं. ऊंचाई से कूदते समय पैराशूट के सहारे ही धरती पर उतरा जाता है. 


पैराशूट नहीं खुलने का कारण


पैराशूट नहीं खुलने का मुख्य कारण आमतौर पर उपकरण की विफलता, अनुचित पैकिंग या मानवीय त्रुटि होता है. उपकरण की विफलता से अर्थ है कि पैराशूट में कोई टूट-फूट या उसका रख-रखाव सही नहीं था. अनुचित पैकिंग से अर्थ है कि उलझा हुआ या गलत तरीके से मुड़ा हुआ ये कारण भी पैराशूट को सही ढंग से खुलने से रोक सकते हैं. मानवीय त्रुटि से अर्थ है कि जैसे पैराशूट को गलत ऊंचाई पर या गलत क्रम में तैनात करना भी विफलता का कारण बन सकता है. इसके अलावा पैराशूटिस्टों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि वे पूरी तरह से प्रशिक्षण लेकर ही पैराशूट उड़ाए. 


पैराशूट में कौन सा कपड़ा 


पैराशूट बनाने के लिए शुरूआत में कैन्वास के  कपड़े का इस्तेमाल किया जाता था. लेकिन बाद में इसमें सिल्क का इस्तेमाल होने लगा. क्योंकि सिल्क भार में हल्का, पतला और मजबूत होता है. इसके अलावा, सिल्क को पैक करना आसान होता है. वहीं सिल्क ह लचीला और आग प्रतिरोधी भी होता है. बता दें कि दूसरे विश्वयुद्ध के समय संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान से सिल्क आयात नहीं कर पा रहा था. तब पैराशूट उत्पादकों ने पैराशूट बनाने के लिए नायलॉन कपड़े का इस्तेमाल शुरू कर दिया था. इसके बाद पैराशूट के लिए नायलॉन, सिल्क से भी बेहतर निकला. यह सिल्क से अधिक लचीला, अधिक फफूंद रोधी और सस्ता था. 


नियंत्रण के लिए स्टीयरिंग लाइन 


पैराशूट खुलने पर आसमान में हवा के दबाव से एक पंख जैसी सरंचना बना लेता है. जिसके नीचे कैनोपी पायलट आसानी से उड़ सकता है. पैराशूट को नियंत्रित करने के लिए स्टीयरिंग लाइन को नीचे की ओर खींच कर विंग का आकार बदला जा सकता है और इसे मोड़ा एवं उतराई की दर को कम या ज्यादा किया जा सकता है. 


 


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