बचपन से आपने अकबर-बीरबल की कहानियां और किस्से तो सुने होंगे. आप सबको पता है कि अकबर के खास नवरत्नों में शामिल बीरबल अपनी हाजिरजवाबी और बुद्धिमता के लिए जाने जाते थे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बीरबल की मौत कैसे हुई थी और उनका असली नाम क्या था? आज हम आपको बताने वाले हैं कि बीरबल की मौत कैसे हुई थी. 


बीरबल का असली नाम क्या? 


बीरबल को अकबर का सबसे करीबी माना जाता है. जानकारी के मुताबिक बीरबल का असली नाम महेश दास था. कहा जाता है कि बादशाह अकबर जब भी परेशान होते थे, तो सबसे पहले बीरबल को ही याद करते थे. इतना ही नहीं अपनी बुद्धिमता से बीरबल भी बादशाह को कभी निराश नहीं करते थे. बीरबल अपनी काबिलियत के कारण ही बादशाह अकबर के अत्यंत प्रिय होने के साथ ही सबसे करीबी भी हो गए थे. 


कैसे हुई बीरबल की मौत


शाज़ी ज़मां की किताब अकबर के मुताबिक 1586 ईसवी में जै़न ख़ां कोका को यूसुफ़ज़ई क़बीले को शिकस्त देने के लिए तैनात किया गया था. इसके बाद जब उन्हें और सेना की जरूरत पड़ी तो बादशाह ने बीरबल को वहां मदद के लिए भेजा था. हालांकि इस दौरान अकबर ने एहतियातन पीछे-पीछे हकीम अबुल फ़तह को भी भेज दिया था. जानकारी के मुताबिक बीरबल की जै़न ख़ां कोका और हकीम अबुल फ़तह दोनों से नहीं बनती थी. कहा जाता है कि बीरबल, हकीम अबुल फ़तह, जैन ख़ां कोका और पूरा लश्कर संकरे पहाड़ी रास्ते पर आगे बढ़ रहा था, इस दौरान वहां पर कबिलाइयों ने हमला कर दिया था. कहा जाता है कि इस हमले में बीरबर की मौत आज ही के दिन 25 फरवरी 1586 में हुई थी. 


बीरबल की मौत से अकबर टूटे 


जानकारी के मुताबिक बीरबल की मौत की खबर मिलने के बाद बादशाह की आंखों की नींद उड़ चुकी थी. इस दौरान उन्होंने खाना पीना छोड़ दिया था. कहानियों के मुताबिक ऐसे में राजा मान सिंह ने वादा अकबर से वादा किया था कि उस इलाके के राजा को बांध कर धकेलते हुए उनके सामने लाएंगे. इसके अलावा उसके क़िले को गिरा कर शहर को जला देंगे. वहीं अकबर ने राजा मान सिंह को विदा करते वक़्त बादशाह को कहा था कि बीरबल उनका ब्राह्मण मित्र था, उसकी देह को ढूंढ कर गंगा में विसर्जित कर देना.


बीरबल की याद में किले का निर्माण 


जानकारी के मुताबिक जब फतेहपुर सीकरी का निर्माण हो रहा था, तब अकबर ने बीरबल के लिए भी एक किला बनवाने को कहा था. जिससे वो हर रोज बीरबल से मिल सके. मुगल साम्राज्य के इतिहासकार अब्दुल कादिर बदायुनी ने भी अकबर-बीरबल की दोस्ती के बारे में लिखते हैं कि अपने अनोखे स्वभाव की वजह से बीरबल बादशाह के सबसे चहेते थे. 


 


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