ISRO Shukrayaan Mission: चांद पर फतह करने के बाद भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO दूसरे ग्रहों पर भी तिरंगा फहराने की तैयारी कर रहा है. चांद के बाद इसरो का ADITYA L-1 मिशन सूरज पर स्टडी के लिए भेजा जा रहा है, इसके अलावा भारत ऐसे ही कई और मिशन अंतरिक्ष में भेज रहा है, जिसका सभी को बेसब्री से इंतजार है. इन मिशनों के जरिए अंतरिक्ष से जुड़े कई राज खुल सकते हैं, इतना ही नहीं कई सालों से चली आ रही एलियंस की कहानियों का रहस्य भी खुल सकता है. इसके लिए जल्द ही इसरो शुक्र ग्रह पर अपना मिशन भेजने वाला है. 


क्या है इसरो का मिशन?
शुक्र ग्रह पर इसरो 2025 तक अपना मिशन भेजने की तैयारी कर रहा है. ये एक ऐसा ग्रह है, जिसके कई राज खुलने अभी बाकी हैं. जो भारत के इस मिशन से खुल सकते हैं. भारत का ये स्पेसक्राफ्ट शुक्र ग्रह पर लैंड नहीं करेगा, ये इस ग्रह के चारों तरफ चक्कर लगाएगा. इससे पहले नासा की तरफ से शुक्र ग्रह पर अपना लैंडर उतारा था, जो लैंड होने के बाद तुरंत पिघल गया था. क्योंकि शुक्र ग्रह पर काफी ज्यादा गर्मी है. यहां का तापमान 400 डिग्री सेल्सियस से भी ज्यादा है. इस ग्रह पर लगातार ज्वालामुखी फटते रहते हैं और लावा बहता रहता है.


क्या है एलियन वाली थ्योरी?
चांद या फिर मंगल को लेकर ये साफ हो चुका है कि वहां पर किसी भी तरह के कोई जीव नहीं रहते हैं. इन पर तमाम देश अपने मिशन भेज चुके हैं और अंतरिक्ष यात्री भी लैंड कर चुके हैं, लेकिन शुक्र ग्रह को लेकर सस्पेंस लगातार बना हुआ है. इसकी वजह यहां के बादलों में मौजूद फॉस्फीन गैस को माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि ये गैस बैक्टीरिया से निकलती है, ऐसे में यहां कोई जीव होने की संभावना हो सकती है. इसके बाद से ही शुक्र ग्रह को लेकर अलग-अलग थ्योरी सामने आने लगी. 


NASA ने 1962 में पहली बार शुक्र ग्रह तक पहुंचने का काम किया. भारत अब शुक्र तक अपना स्पेसक्राफ्ट भेजने वाला चौथा देश बनेगा. इसरो यहां अपना ऑर्बिटर भेजेगा जो शुक्र के चारों तरफ चक्कर लगाकर तमाम तरह की जानकारी भेजेगा. 






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