Mother Of All Bombs: इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग थमने का नाम नहीं ले रही है. इजरायल ने गाजा पट्टी पर अपने हमले और तेज कर दिए हैं और अब हर तरफ से हमास के लड़ाकों को टारगेट किया जा रहा है. इस युद्ध में अब तक 4 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसी बीच कई मिसाइलों और बमों का इस्तेमाल हो रहा है, जिनकी जानकारी भी सामने आ रही है. लोग ऐसे हथियारों को लेकर दिलचस्पी भी दिखा रहे हैं और गूगल कर रहे हैं. ऐसे में हम आपको आज उस बम के बारे में बता रहे हैं, जिसे मदर ऑफ ऑल बम कहा जाता है.
अमेरिका ने किया था इस्तेमाल
दरअसल ये बम अमेरिका ने तैयार किया है, ये इतना खतरनाक है कि इसे मदर ऑफ ऑल बम कहा जाता है. इसका इस्तेमाल अमेरिका ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) के खिलाफ किया था. खास बात ये है कि ये कोई परमाणु बम नहीं है, इसके बावजूद इसका असर काफी घातक होता है. इसका नाम GBU-43 है.
क्या है मदर ऑफ ऑल बम?
ये एक 10 क्विंटल वजन वाला बम है, जिसे किसी खास जगह पर गिराया जा सकता है. ये बम जीपीएस गाइडेड है. इसकी लंबाई 30 फुट की है. इस बम का पहली बार 2003 में टेस्ट किया गया था. जिसके बाद 2017 में आईएस के आतंकियों के खिलाफ पहली बार इसका इस्तेमाल हुआ. इसके बाद रूस ने भी इससे बड़ा बम बनाया, जिसे फादर ऑफ ऑल बम कहा जाता है. ये GBU-43 से चार गुना ज्यादा ताकतवर है. इन दोनों बमों को सबसे बड़े गैर परमाणु बमों के तौर पर जाना जाता है. हालांकि चीन ने भी एक बम बनाकर ऐसा दावा किया था कि वो सबसे ताकतवर गैर परमाणु बम है.
इस बम की खासियत ये है कि इससे किसी सुरंग या फिर टनल को पूरी तरह से तबाह किया जा सकता है. इसका धमाका 11 टन टीएनटी के बराबर होता है. यही वजह है कि अमेरिका ने सुरंगों में ठिकाना बनाकर छिपे आतंकियों के खिलाफ इसका इस्तेमाल किया.
ये भी पढ़ें - Israel Hamas War: हमास के खिलाफ अपना 'ब्रह्मास्त्र' इस्तेमाल करेगा इजरायल, आयरन डोम से भी ज्यादा खतरनाक