रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी और उद्योगपति वीरेन मर्चेंट की बेटी राधिका मर्चेंट की आज यानी 12 जुलाई को शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं. इस शादी में देश और विदेश के जाने माने दिग्गज शामिल होंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अंबानी परिवार में सबसे ज्यादा सुरक्षा किसके पास है. आज हम आपको अंबानी परिवार की सुरक्षा जुड़ी जानकारी देंगे.
रिलायंस इंडस्ट्रीज
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी देश और एशिया के सबसे अमीर आदमी हैं. भारत सरकार की तरफ से मुकेश अंबानी और उनके परिवार को Z प्लस की सुरक्षा दी गई है. लेकिन अब सवाल ये है कि आखिर Z प्लस की सुरक्षा में कौन से और कितने जवान तैनात होते हैं. आज हम आपको बताएंगे Z प्लस सुरक्षा किन लोगों को दी जाती है.
मुकेश अंबानी को मिल चुकी हैं धमकियां
बता दें कि भारत सरकार की तरफ से कुछ खास लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें अलग-अलग श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर देश के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी को किससे डर है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुकेश अंबानी को कई बार धमकियां मिल चुकी हैं. उन्हें 20 करोड़, 200 और 400 करोड़ की फरौती की धमकी मिल चुकी है.
मुकेश अंबानी की Z प्लस सिक्योरिटी
देश के सबसे अमीर कारोबारी मुकेश अंबानी को कई बार जान से मारने की धमकी मिल चुकी है. लेकिन उनकी सुरक्षा में हाई लेवल सिक्योरिटी तैनात है. मुकेश अंबानी देश के उन कुछ खास लोगों में हैं, जिन्हें Z+ सिक्योरिटी मिली हुई है. उनकी सुरक्षा में कमांडो से लेकर सीआरपीएफ के जवान तैनात है. इतना ही नहीं विदेशी हथियार से लैस कमांडो मुकेश अंबानी की सुरक्षा करते हैं. अंबानी की सिक्योंरिटी में 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो, मुंबई पुलिस अधिकारी और 58 के करीब सीआरपीएफ के जवान तैनात रहते हैं. जानकारी के मुताबिक इन जवानों के पास जर्मनी में तैयार की गई हेकलर एंड कोच जैसे मशीन गन है. मुकेश अंबानी के पास बुलेट प्रूफ गाड़ियां हैं, जो उनकी सुरक्षा के लिए सबसे जरूरी है.
सुरक्षा पर कितना खर्च
मुकेश अंबानी को केंद्र सरकार की ओर से जेड पलस सिक्योरिटी मिली हुई है. साल 2023 से ही उन्हें ये सुरक्षा मिली हुई है. सरकार की ओर से मिली सिक्योरिटी के अलावा उनकी सुरक्षा में उनके पर्सनल सिक्योरिटी गार्ड भी तैनात रहते है. जानकारी के मुताबिक मुकेश अंबानी की सुरक्षा पर हर महीने 15 से 20 लाख का खर्च आता है, ये खर्च उनकी कंपनी उठाती है.
Z+ श्रेणी सुरक्षा
बता दें कि Z+ भारत में सुरक्षा की सर्वोच्च श्रेणी है. इसमें 10+ NSG कमांडो + पुलिस कर्मियों समेत 55 कर्मियों का सुरक्षा कवर प्रदान किया जाता है. इतना ही नहीं हर कमांडो मार्शल आर्ट और निहत्थे युद्ध में ट्रेनिंग प्राप्त करके एनएसजी कमांडों बनता है. Z+ सुरक्षा में एनएसजी अत्याधुनिक बंदूकों और आधुनिक संचार उपकरणों से लैस होते हैं.
Z श्रेणी सुरक्षा
जेड श्रेणी में 22 कर्मियों का सुरक्षा कवर होता है. इसमें 4 या 6 एनएसजी कमांडो + पुलिस कर्मी शामिल होते हैं.
ये भी पढ़ें: तेजी से बढ़ रही है दुनिया की आबादी? अगर आप भी ये सोचते हैं तो जान लें क्या है सच्चाई