प्लेन हादसे के बाद एक दूसरे को खाने लगे थे बचे हुए लोग, बेहद खौफनाक थी ये कहानी
Andes Plane Crash 1972: उरुग्वे एयरफोर्स फ्लाइट 571 प्लेन क्रैश जिसमें जिंदा रहने के लिए हादसे के सरवाइवर्स ने एक दूसरे को ही खाना शुरू कर दिया था. चलिए आपको बताते हैं इसको अपना कहानी के बारे में.
Andes Plane Crash 1972: कई बार कुछ प्लेन कुछ रहस्यमय तरीके से गायब हो जाते हैं. जैसे बरमूडा ट्रायंगल से गुजरने वाले कुछ प्लेन गायब हुए. जिनका फिर किसी को पता नहीं चल सका. तो कई तकनीकी खामी के कारण या फिर मौसम में खराबी के चलते कई बार प्लेन क्रैश हो जाते हैं. इनमें कई बार बड़े पैसेंजर प्लेन होते हैं. तो कई बार कुछ खास विमान होते हैं.
साल 1972 में उरुग्वे एयरफोर्स फ्लाइट 571 प्लेन क्रैश हुआ था. यह हादसा ऐसी जगह हुआ था जहां पर बचाव करना भी काफी मुश्किल था. प्लेन क्रैश में जो सरवाइवर बचे थे. 72 दिनों तक उनके पास कोई मदद नहीं पहुंच पाई थी. इसके बाद जिंदा रहने के लिए प्लेन हादसे के सरवाइवर्स ने एक दूसरे को ही खाना शुरू कर दिया था. चलिए आपको बताते हैं इसको अपना कहानी के बारे में.
प्लेन क्रैश के बाद एक दूसरे को खाने लगे लोग
13 अक्टूबर 1972 को उरुग्वे एयरफोर्स फ्लाइट 571 प्लेन दक्षिण अमेरिका की एंडीज पर्वतमाला पर क्रैश हुआ था. इस प्लेन में कुल 45 यात्री थे और चालक दल था. जिनमें ओल्ड क्रिश्चियन क्लब रग्बी यूनियन टीम के 19 लोग, उनके परिवार जन और कुछ दोस्त शामिल थे. इस प्लेन क्रैश में चालक दल के तीन लोग और नौ अन्य यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई थी. तो वहीं कई लोग ठंड के चलते और गंभीर चोटों के चलते अपनी जान गंवा बैठे थे.
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बाकी के जो लोग बचे थे उनका जिंदा रहना काफी मुश्किल था. खुद की जान बचाने के लिए प्लेन के सरवाइवर्स ने बाकी यात्रियों की डेड बॉडी खाना शुरू कर दिया. तब जाकर 72 दिन बाद इस प्लेन क्रैश में से 16 लोग जिंदा बच पाए थे.
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इस तरह खाते थे डेड बॉडी
इस प्लेन पर एक मेडिकल स्टूडेंट भी था. जिसने बाकी लोगों को डेड बॉडी खाने का सुझाव दिया था. उसने सभी लोगों को कांच के टुकड़े से डेड बॉडी से मांस निकाल कर खाना खाने को कहा था. प्लेन सर्वाइवर में से एक सर्वाइवर ने बाद में एक न्यूज़ चैनल से बात करते हुए बताया कि शुरुआत में उन्हें डेड बॉडी से इस तरह मांस निकाल कर खाना काफी घिनौना लग रहा था. लेकिन बाद में उन्हें आदत पड़ गई थी. इतना ही नहीं जिंदा बचे सरवाइवर्स ने एक दूसरे को यह इजाजत भी दे दी थी कि अगर उनमें से कोई मर गया तो दूसरा उनकी लाश को खा सकता है.
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