Non Drying Paint: लोग दिन-रात कड़ी मेहनत करके अपनी खून-पसीने की कमाई से अपने सपनों का घर बनवाते हैं. घर बन जाने के बाद अगला काम होता है. उसे सुंदर से पेंट से रंगना. बाजार में जब आप पेंट खरीदने जाते हैं, तो आपने अलग-अलग तरह के पेंट्स के बारे में सुना होगा. आजकल बहुत एडवांस पेंट पेंट आने लगे हैं. कुछ कम्पनियां दावा करती हैं कि उनका पेंट बारिश से भी खराब नहीं होगा, तो कुछ धूप में भी टिके रहने का दावा करती हैं. लेकिन, आज हम आपको इन सबसे अलग एक ऐसे अनोखे पेंट के बारे में बताने जा रहे हैं. जो चोर-उचक्कों को आपके घर में घुसने नहीं देता है. जी हां, चोरों से घर को बचाने के लिए यह एक बढ़िया पेंट है.


क्या काम करता है पेंट?


इस पेंट को Anti Climbing Paint कहा जाता है. आप सोच रहे होंगे कि भला कोई पेंट चोर को घर में घुसने से कैसे रोक सकता है. दरअसल, अगर आप इस पेंट से अपने घर की दीवारों को रंग देते हैं, तो कोई भी चारदीवारी पार करके घर के अंदर नहीं जा सकेगा. आमतौर चोर दीवारों को फांदकर ही घर में दाखिल होता है, लेकिन इस पेंट की कोटिंग चोर को अंदर घुसने से रोकती है.


चोर नहीं लांघ पाते दीवार


दरअसल, इस पेंट की खासियत यह है कि अगर इसे एक बार दीवारों पर लगाया जाता है, तो इसकी 3mm मोटी लेयर कम से कम 3 साल तक सूखती ही नहीं है. ऐसे में अगर कोई भी इस पेंट से रंगी दीवार पर चढ़ने की कोशिश करता है, तो उसके हाथ-पैर फिसल जाते हैं. 


नहीं सूखती इसकी लेयर


गर्मी हो या सर्दी, इस पेंट के लेयर दोनों ही मौसम में गीली रहती है. देखने में यह पेंट किसी आम पेंट की ही तरह दिखता है और चमकदार लगता है. लेकिन, चोरों को नहीं पता कि इसके नीचे की लेयर गीली ही रहती है. इस पेंट को साल 1960 में Camrex Paints ने बनाया था.


चोरों का दुश्मन है यह पेंट


आज भी यह पेंट दुनिया में कई जगह दुकानों पर बिकता है. इस पेंट को लगाने के बाद अगर चोर दीवार पर चढ़ने की कोशिश करता है, तो उसके हाथ और पैर में पेंट लग जाता है और वो फिसल भी जाता है. इस पेंट के कारण न सिर्फ उन्हें चोट लग जाती है, बल्कि उन्हें पकड़ने में भी आसान हो जाती है. 


1.8 मीटर से 2.4 मीटर की ऊंचाई पर किया जाता है इस्तेमाल


जो कोई भी अपने घर की दीवारों पर यह पेंट लगाता है, वो साथ में एक वॉर्निंग बोर्ड भी लगा देता है. इस पेंट को स्किन पर से छुटाना बहुत मुश्किल हो जाता है. इस पेंट को लेकर सलाह दी जाती है कि इसे 1.8 मीटर से 2.4 मीटर की ऊंचाई पर ही इस्तेमाल करना चाहिए, जिससे की आम लोगो को तकलीफ न हो.


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