दुनियाभर के सभी देशों की अपनी एक भाषा होती है. जैसे भारत के अलग-अलग राज्यों में कई भाषाएं बोली जाती हैं. लेकिन देशभर में हिंदी लगभग सभी जगहों पर बोली जाती है. हिंदी को भारत में राजभाषा का दर्जा प्राप्त है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत के अलावा भी एक ऐसा देश हैं, जहां ईसाईयों की संख्या सबसे ज्यादा है और उस देश की राजभाषा हिंदी है. आज हम आपको उस देश के बारे में बताएंगे. 


 भारत की राजभाषा हिंदी


बता दें कि भारत की राजभाष हिंदी है. हालांकि भारत में कई बोलियां और भाषाएं बोली जाती हैं, लेकिन हिंदी सबको एक सूत्र में पिरोने का काम करती है. भारत में हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है. बता दें कि सन् 1946 में 14 सितंबर के दिन ही हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया गया था. वहीं हर साल 10 जनवरी के दिन विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है. 


किस देश की राजभाषा हिंदी?


अब आप सोच रहे होंगे कि भारत के अलावा और किस देश में हिंदी राजभाषा है. बता दें कि भारत में तो हिंदी आधिकारिक भाषा है ही. इसके अलावा फिजी एक ऐसा देश है, जहां पर हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया है. फिजी में अधिकांश रहने वाले लोग ईसाई हैं, लेकिन यहां पर हिंदी बोलने वालों की संख्या काफी ज्यादा है. 


नेपाल में भी हिंदी भाषा का बहुत प्रयोग


इसके अलावा भारत के पड़ोसी देश नेपाल की आधिकारिक भाषा भले ही नेपाली है, लेकिन यहां पर हिंदी बोलेने वाले बहुत लोग हैं. भारत से जुड़ा होने और लगातार व्यापार होने के कारण भी यहां लोग हिंदी का खूब इस्तेमाल करते हैं. 


भूटान में हिंदी भाषा के लोग 


इसके अलावा भारत के पड़ोसी देश भूटान में भी बहुत लोग हिंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं. भूटान में अधिकांश लोग हिंदी समझ और बोल लेते हैं.


इस देशों में लोग बोलते हैं हिंदी


भारत के अलावा कई ऐसे देश हैं, जहां लोग हिंदी बोलते और समझते हैं. पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में लोग हिंदी भाषा में बात करते हैं. बांग्लादेश,श्रीलंका में लोग हिंदी बोलते हैं. वहीं सिंगापुर में अधिकांश लोग हिंदी बोलते और समझते हैं. वहीं थाईलैंड में भारतीय टूरिस्ट की संख्या ज्यादा होने से यहां हिंदी को महत्व दिया जाता है. कनाडा में हिंदी भाषा के लोग हर क्षेत्र में बहुत हैं. इसलिए वहां पर हिंदी बोलने और समझने वालों की संख्या ज्यादा है.


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