चांद तक भला कौन नहीं जाना चाहता. वहां तक जाना हर किसी का सपना होता है, लेकिन क्या आपको पता है कि चांद तक एक पूरा परिवार भी पहुंच चुका है. ये परिवार अंतरिक्ष यात्री चार्ली ड्यूक का है. चार्ली ड्यूक के परिवार की फोटो चांद तक पहुंचने की कहानी बड़ी दिलचस्प है. चलिए जानते हैं.


कैसे चांद पर पहुंची एक परिवार की तस्वीर?


चार्ली ड्यूक ने अपोलो 16 मिशन के जरिए 20 अप्रैल को चांद पर कदम रखा था. जिस समय वो चांद पर गए थे उस समय उनकी उम्र 36 साल थी. वो चांद पर जाने वाले सबसे युवा व्यक्ति थे. उनकी महज यही कामयाबी नहीं थी, बल्कि वो चांद पर अपने परिवार को ले जाने वाले भी पहले शख्स ही हैं. दरअसल चार्ली जब चांद पर गए थे उस समय वो अपने परिवार की फोटो भी अपने साथ लेकर गए थे. जो आज भी चांद की सतह पर मौजूद है. इस तस्वीर के पीछे चार्ली ने लिखा था कि ये फोटो अंतरिक्ष यात्री चार्ली ड्यूक के परिवार की है, जो चांद पर 20 अप्रैल 1972 में पहुंचे थे.


फोटो चांद पर छोड़ने के पीछे क्या थी वजह?


चार्ली के परिवार के अनुसार, हमेशा से उनका प्लान था कि चांद पर उनका परिवार और उनकी तस्वीर छोड़ी जाए. इस तस्वीर के जरिए चार्ली अपने बच्चों को ये दिखाना चाहते थे कि वो चांद पर पहुंचे हैं और वहां पर कुछ छोड़कर आए हैं. बता दें इस तस्वीर में सबसे बाईं ओर उनका बड़ा बेटा चार्ल्स ड्यूक खड़ा है जो उस समय  7 साल का था. इसके अलावा सामने लाल रंग में उनका छोटा बेटा थॉमस ड्यूक है जो उस समय पांच साल का था. इसके अलावा फोटो में ड्यूक और उनकी पत्नी डोरोथी मीड क्लेबोर्न हैं.


हुआ 50 साल से भी ज्यादा समय


ड्यूक को चांद पर गए 50 साल से भी ज्यादा समय हो चुका है. ऐसे में उनका मानना है कि चांद पर भयानक तापपमान के चलते अब उनकी तस्वीर सुरक्षित नहीं होगी, जो 50 सालों से चांद की सतह पर है. दरअसल ड्यूक अपोलो मिशन के दौरान ट्रेनिक के लिए अपने परिवार से दूर रह रहे थे. उनके बच्चे उस समय उनके काम को लेकर बहुत रोमांचित थे. उनके बच्चे अक्सर उनके मिशन को लेकर उनसे सवाल किया करते थे. उस समय ड्यूक के मन में ये खयाल आया था कि एक तस्वीर के जरिए वो अपने परिवार के साथ चांद पर पहुंच सकते हैं.


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