भारतीय सीमाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी भारतीय सेना के जवानों की है. देश की आजादी के बाद 1965,1971 और 1999 कारगिल युद्ध में भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तान को धूल चटा दी थी. इन युद्धों में भारतीय सीमाओं की सुरक्षा करते हुए कई भारतीय सैनिक शहीद हुए थे, लेकिन सेना के जवानों ने भारत पर कोई आंच नहीं आने दिया था. सेना और सरकार द्वारा इन वीरों को अलग-अलग मौके पर सम्मानित किया जाता और शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाती है. लेकिन आज हम आपको सेना के समर सेवा और स्टार मेडल के बारे में बताएंगे. 


सेना मेडल


रक्षा मंत्रालय ने 1965 और 1971 के युद्धों में भाग लेने वाले सैनिकों की जानकारी के लिए सैनिक कल्याण बोर्ड से जानकारी मांगी है. गौरतलब है कि 1965 के युद्ध में भाग लेने वाले सैनिकों को समर सेवा मेडल और 1971 के युद्ध में पूर्वी एवं पश्चिमी स्टार मेडल से सम्मानित किया गया था. लेकिन सवाल ये है कि आखिर किन जवानों के ये मेडल मिला था और इसका जिक्र अब क्यों हो रहा है. 


सम्मान राशि


बता दें कि रक्षा मंत्रालय 1965 और 1971 युद्ध में शामिल सैनिकों को 15 लाख रुपये की सम्मान राशि देने वाली है. जानकारी के मुताबिक 'युद्ध सम्मान योजना' के तहत पूर्व सैनिक कल्याण विभाग  और रक्षा मंत्रालय ने 1965 और 1971 की जंग में सक्रिय तौर पर शामिल होने वाले पेंशनर एवं नॉन पेंशनर सैनिकों के बारे में जानकारी देने को कहा है. 8 अगस्त को जारी इस पत्र में ऐसे पूर्व सैनिकों को 15 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की बात कही गई है. इस पत्र में राज्य सैनिक कल्याण बोर्डों से 1965 और 1971 की जंग में हिस्सा लेने वाले इमरजेंसी कमीशंड ऑफिसर्स, शॉर्ट सर्विस कमीशन ऑफिसर्स, रेगुलर कमीशंड ऑफिसर्स, सिविलियन पर्सनल और पर्सनल बिलो ऑफिसर रैंक  के बारे में जानकारी मांगी गई है.


कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 'युद्ध सम्मान योजना' के तहत मिलने वाले 15 लाख रुपये की एकमुश्त रकम उन्हीं लोगों को मिलेगी, जिन्हें किसी तरह की कोई पेंशन नहीं मिलती है. इसके अलावा इस योजना का लाभ रेगुलर कमीशंड अफसरों को नहीं मिलेगा.


समर सेवा और स्टार मेडल


बता दें कि 1965 भारत-पाकिस्तान युद्ध में शामिल वीर सैनिकों को समर सेवा मेडल से सम्मानित किया गया था. वहीं 1971 भारत-पाकिस्तान युद्ध में लड़ने वाले जाबाज भारतीय सैनिकों को पूर्वी एवं पश्चिमी स्टार मेडल से सम्मानित किया गया था. ये सम्मान भारतीय सैनिकों की जीत का प्रतीक है. 


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