Asian Games 2023 Sepaktakraw: आज भारतीय पुरुष और महिला टीम सेपक टकरा मैच खेलेगी. पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के हांगझू में एशियन गेम्स 2023 का आयोजन किया जा रहा है. आज जिस मैच को इंडियन टीम खेलने जा रही है, उसे वॉलीबॉल, जिमनेस्ट, फुटबॉल और बैडमिंटन का मिक्सचर कहा जाता है. एशियाई खेल 2023 में सेपक टकरा 24 सितंबर से शुरू होकर 7 अक्टूबर को समाप्त होगा. आज की स्टोरी में हम जानेंगे कि इस खेल की शुरुआत कैसे हुई? और भारत को इसमें एंट्री कैसे मिली?


कैसे हुई इस खेल की शुरुआत


यह खेल चीनी बॉल गेम कुजू का बदला हुआ रुप माना जाता है. सेपक टकरा इसी तरह का एक खेल है, जिसे इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन फुटबॉल (फीफा) द्वारा 1990 में एशियन गेम्स में शामिल किया था. इस खेल को सबसे पहले बीजिंग में खेला गया था. दो कैटेगरी में खेले गए इस मैच के टीम को पुरुष रेगु और पुरुष टीम रेगु नाम दिया गया. पहली बार इसमें महिलाओं को 1998 में शामिल किया गया. उसी साल बैंकॉक में आयोजित हुए एशियन गेम्स में महिलाओं को खेलने का परमिशन दिया गया था. एनबीटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सेपक टकरा वॉलीबॉल, जिमनेस्ट, फुटबॉल और बैडमिंटन का मिक्सचर है. इसे जब खेलते हैं तब बॉल को पैरों से मारते हैं. हाथों का इस्तेमाल नहीं करना होता है. साथ ही जिमनेस्ट की तरह जम्प मारना होता है. अगर हम बात करें कि इस शब्द को कहां से लिया गया था तो सेपक शब्द इंडोनेशिया और मलेशिया का है. इसका मतलब किक मारना होता है. टकरा का अर्थ है- बुनी हुई बॉल.


2006 में मिली थी भारत को एंट्री


भारत में इसका सबसे पहली बार आयोजन 1982 में दिल्ली में किया गया था. सेपक टकरा खेल में सबसे अधिक मेडल लेने वाला देश थाइलैंड है, जिसके पास 26 गोल्ड मेडल है. हांग्जो 2023 में सेपक टकरा में पुरुषों और महिलाओं के लिए तीन कैटेगरी - टीम, रेगु और क्वाड्रेंट में मैच होगा. सभी मैच जिंहुआ स्पोर्ट्स सेंटर जिम्नेजियम में खेले जाएंगे. इस खेल में भारत को 2006 में एंट्री मिली थी. दोहा में आयोजित हुए इस मैच में भारतीय टीम को शामिल किया गया था. 2018 में पहली बार भारत की भारतीय पुरुष टीम ने टीम रेगु इवेंट में कांस्य पदक जीता था. हांग्जो 2023 में पुरुष और महिला टीमें रेगु और क्वाड्रेंट कैटेगरी में मैच खेलेगी.


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