सुनीता विलियम्स को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर गए अब 155 दिन हो गए हैं. जब वह इस मिशन पर गई थीं, तो उन्हें महज 8 दिनों में ही वापिस आ जाना था. लेकिन, अब 155 दिन हो गए हैं. इसका असर अब उनकी सेहत पर भी पड़ने लगा है.
59 साल की भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स का वजन तेजी से कम हो रहा है. हाल ही में आई तस्वीरों में आप इसका अंदाजा आसानी से लगा सकते हैं. चलिए आज इस खबर में जानते हैं कि क्या स्पेस में इंसान धरती के मुकाबले जल्दी पतला होता है. अगर हां, तो फिर इसके पीछे का कारण क्या है.
कितना कम हो गया है वजन
हाल ही में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से सुनीता विलियम्स की जो तस्वीरें आई हैं, उन्हें देखकर आप समझ जाएंगे कि आखिर उनका शरीर पहले के मुकाबले कैसा रह गया है. अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के एक कर्मचारी ने 'द न्यू यॉर्क पोस्ट' को दिए अपने एक इंटरव्यू में बताया कि सुनीता विलियम्स का वजन पहले के मुकाबले बहुत कम हो गया है और अब वो सिर्फ हड्डियों का ढांचा रह गई हैं.
वैज्ञानिकों के लिए उनके वजन का कम होना रोकना और उसे बढ़ाना प्राथमिकता है, जिस पर वह काम कर रहे हैं. आपको बता दें, 5 फुट 8 इंच की सुनीता विलियम्स जब इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर गई थीं तब उनका वजन लगभग 63 किलो था, जो अब बहुत कम हो गया है.
स्पेस में तेजी से वजन क्यों कम हो जाता है
रिपोर्ट्स के अनुसार, स्पेस में रहने वाले अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर रहने वाले लोगों के मुकाबले दोगुनी कैलोरी लेनी होती है. अगर स्पेस में रहने वाला व्यक्ति हर दिन की जरूरी कैलोरी नहीं लेगा तो उसका वजन तेजी से गिरने लगेगा. हालांकि, सुनीता विलियम्स का वजन इतनी तेजी से कम क्यों हो रहा है, वैज्ञानिक इसकी जांच कर रहे हैं. आपको बता दें, धरती पर एक आम महिला को अपना वजन जैसे का तैसा बनाए रखने के लिए हर दिन लगभग 1600 से 2400 कैलोरी लेनी पड़ती है. जबकि, अगर किसी को वजन बढ़ाना है तो उसे रोजाना 5,000 कैलोरी तक लेना पड़ेगा.
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