Ramlala Pran Pratishtha: रामलला के हो चुके हैं औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास, मध्याधिवास... जानिए ये क्या होते हैं?
Ramlala Pran Pratishtha: रामलला की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर खुशी का माहौल है. प्राण-प्रतिष्ठा से पहले कई अनुष्ठान हुए हैं, आइए जानते हैं औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास आदि के बारे में...
Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या स्थित राम मंदिर में आज मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा होगी. इसे लेकर पूरे भारत वर्ष ही नहीं, दुनियाभर में खुशी का माहौल है. रामलला की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर दूर-दूर से लोग पहुंचे हैं. साथ ही, इस समय अयोध्या में वीआईपी मूवमेंट भी काफी तेज है. इस दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई बड़े-बड़े नेता अयोध्या में रहेंगे. प्राण-प्रतिष्ठा से पूर्व रामलला के औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास, मध्याधिवास हो चुके हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं, इनमें आखिर होता क्या है? आइए हम आपको बताते हैं...
दरअसल, औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास, मध्याधिवास आदि धार्मिक अनुष्ठान हैं. इन अनुष्ठानों के समय रामलला को कई प्रकार के औषधियों, केसर, घी, मिट्टी आदि से स्नान कराया जाता है. इन अनुष्ठानों का उद्देश्य रामलला को निरोगी व स्वस्थ रखना है. एक्सपर्ट्स की मानें तो वैदिक मंत्रों के साथ देव प्रतिमा में औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास सहित अन्य अधिवास किए जाते हैं. इसके बाद ही प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया पूरी होती है.
औषधाधिवास एक धार्मिक अनुष्ठान है, जिसमें रामलला को विभिन्न औषधियों से स्नान कराया गया. ये अनुष्ठान रामलला के स्वास्थ्य और निरोगता के लिए किए गए. इसमें प्रमुख तत्व जैसे जल, केसर, घी, सुगंध, पुष्प, चंदन आदि शामिल हैं. वहीं, केसराधिवास में रामलला को केसर से स्नान कराया गया. यह अनुष्ठान रामलला को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए किया गया. इस दौरान रामलला को केसर के घोल से स्नान कराया गया.
क्या होता है घृताधिवास और मध्याधिवास
इसके बाद घृताधिवास में रामलला को घी से स्नान कराया गया. इस अनुष्ठान को रामलला सुगंधित और स्वस्थ बनाने के लिए किया गया. मध्याधिवास भी धार्मिक अनुष्ठान है, जिसमें रामलला को मिट्टी से स्नान कराया गया. इस अनुष्ठान को रामलला को पवित्र और शुद्ध बनाने के लिए किया गया.
अन्य अनुष्ठान भी शामिल
- जलाधिवास ऐसा अनुष्ठान है, जिसमें प्रतिमाओं को जल से स्नान कराया जाता है.
- गंधाधिवास में प्रतिमाओं को सुगंधित पदार्थों से स्नान कराया जाता है.
- धान्याधिवास में कई प्रकार के अनाजों जैसे चावल, गेहूं, जौ, मक्का आदि से स्नान कराया जाता है.
- शर्कराधिवास में विभिन्न प्रकार की शर्करा जैसे गुड़, चीनी, मिश्री आदि से स्नान कराया जाता है.
- फलाधिवास के समय कई तरह के फलों से स्नान कराया जाता है.
- पुष्पाधिवास में अलग-अलग फूलों से श्रृंगार और स्नान कराया जाता है.
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