Ram Mandir Pran Pratishtha: रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरा देश राम में लीन है. जगह-जगह जय श्री राम के नारों के साथ झांकियां निकाली जा रही हैं. तमाम अतिथि और गणमान्य लोग अयोध्या पहुंच चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित तमाम दिग्गज नेता भी अयोध्या धाम पहुंच रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के वक्त कांच क्यों दिखाया जाएगा? आइए जानते हैं इसके पीछे क्या कारण हैं...
यह है मान्यता
रिपोर्ट्स के अनुसार यह प्राचीन हिंदू मान्यता है. मान्यता के अनुसार, जब भी किसी देवता या देवी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जाती है तो उस समय प्रतिमा को किसी भी प्रकार की बाहरी अशुद्धता से बचाना होता है. कांच को पारदर्शी वस्तु माना जाता है, जो बाहरी अशुद्धता को प्रतिमा तक नहीं पहुंचने देता. मान्यता के अनुसार, कांच शुद्ध और पवित्र वस्तु है.
इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा के वक्त शक्ति स्वरूपा प्रकाश पुंज प्रतिमा में प्रवेश करती है. यह शक्ति नेत्र खोलने के साथ निकलती है. जिसमें बहुत ज्यादा शक्ति होती है. शास्त्रों के अनुसार प्राण- प्रतिष्ठा के बाद जब देवी या देवता अपनी आंख खोलते हैं तो तेजोमय प्रकाश बाहर आता है. इसलिए प्रतिमा को कांच दिखाया जाता है. प्रतिमा से निकली शक्ति इससे टकराती है और शक्ति से ही कांच टूट जाता है. इस दौरान कांच के टूटने को शुभ माना जाता है.
ऐतिहासिक है दिन
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा ऐतिहासिक दिन है. इस दिन लाखों लोग अयोध्या में मौजूद हैं. साथ ही, अलग-अलग माध्यमों से प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को देख रहे हैं. प्राण प्रतिष्ठा को लेकर लोग अपने-अपने तरीकों से खुशी जाहिर कर रहे हैं. बता दें कि इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए करीब आठ हजार वीवीआईपी अयोध्या पहुंच रहे हैं. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की शुरुआत कर दी है.