भगवान श्रीराम के आभूषणों में इन रत्नों का इस्तेमाल हुआ है, जानिए कितने महंगे होते हैं ये
जब आप भगवान श्रीराम की तस्वीर को ध्यान से देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि उनको सजाने के लिए बेहद शानदार आभूषणों का इस्तेमाल किया गया है. इसमें मुकुट, कुंडल और गले का हार प्रमुख है.
रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पूरा हो चुका है. भगवान राम की मनमोहक तस्वीर सबसे सामने आ गई है. भगवान राम की मूर्ति को बेहद आकर्षक आभूषणों से सजाया गया है. चलिए आपको बताते हैं कि आखिर इन आभूषणों को बनाने में किन रत्नों का इस्तेमाल किया गया है और बाजार में इन रत्नों की कीमत कितनी है.
किन रत्नों का किया गया है इस्तेमाल
जब आप भगवान श्रीराम की तस्वीर को ध्यान से देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि उनको सजाने के लिए बेहद शानदार आभूषणों का इस्तेमाल किया गया है. जैसे उनके सिर पर जो सोने और हीरे से बना मुकुट है उसके बीच में एक पन्ना रत्न का इस्तेमाल किया गया है. वहीं प्रभु श्रीराम के माथे पर जो तिलक है उसे हीरे और माणिक्य से बनाया गया है. जबकि कानों के जो कुंडल हैं उनमें मोती, पन्ना और माणिक्य का इस्तेमाल किया गया है. गले के हार में भी पन्ना, माणिक्य, मोती और हीरे का इस्तेमाल खूब किया गया है. इसके अलावा कई और आभूषणों से भी भगवान श्रीराम को सजाया गया है.
इन रत्नों की कीमत क्या है
GemPundit वेबसाइट पर 1.03 कैरेट पन्ना की कीमत 71,900 बताया गया है. वहीं 1.21 कैरेट माणिक्य की कीमत 14,600 बताई गई है. जबकि हीरे की बात करें तो MyRatna पर दी गई जानकारी के अनुसार, एक कैरेट हीरे की कीमत ढाई लाख से 20 लाख के बीच हो सकती है. वहीं कुछ हीरों की कीमत इससे भी ज्यादा होती है. वहीं मोती की बात करें तो ये 10 हजार से एक लाख रुपये तक की कीमत के आते हैं. जबकि, कुछ मोतियों की कीमत इससे भी ज्यादा होती है. इस हिसाब से रामलला की मूर्ति को करोड़ों रुपये के आभूषणों से सजाया गया है.
पूरा देश हुआ राममय
अयोध्या में जन्मभूमि पर करीब 500 वर्ष बाद श्रीराम फिर से विराजमान होंगे. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर केवल अयोध्या ही नहीं, पूरा देश आनंद और उत्साह से भरा है. देश के हर शहर में इस दिन को एक उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है. लोगों ने अपने घरों में भगवान श्री राम के झंडे लगाए हैं और तमाम जगह पूजा-अर्चना की जा रही है. कई जगह तो झांकियां भी निकाली जा रही हैं.