उत्तर प्रदेश के बहराइच में आदमखोर भेड़ियों का आतंक चरम पर है. अब तक इन खुंखार भेड़ियों ने लगभग 9 लोगों की जान ले ली है. जान गंवाने वालों में एक महिला और 8 बच्चे शामिल हैं. चलिए आज आपको इस आर्टिकल में बताते हैं कि आखिर भेड़िए शिकार कैसे करते हैं.


झुंड बनाकर कर रहे हैं शिकार


बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे बहराइच में भेड़ियों का एक झुंड घूम रहा है. इस झुंड में चार से ज्यादा भेड़िये हैं. हालांकि, कैमरे में सिर्फ चार ही भेड़िए दिखाई दिए हैं. एक्सपर्ट्स की मानें तो भेड़िया ऐसा जीव है जो झुंड में ही शिकार करता है. ये अकेले शिकार करने में डरते हैं. हालांकि, अगर सामने कोई छोटा जीव या इंसान का बच्चा हो तो अकेला भेड़िया भी हमला कर सकता है.


शारीरिक रूप से कितना खतरनाक होता है भेड़िया


भेड़ियों का चालाक और खुंखार स्वभाव उसे जंगल का बड़ा और खतरनाक शिकारी बनाता है. भेड़िया अपनी गहरी आंखों, मजबूत जबड़ों और मजबूत मांसपेशियों के साथ एक खतरनाक शिकारी साबित होता है. आम भेड़ियों की लंबाई लगभग 4 से 6 फीट तक हो सकती है और उनका वजन 30 से 80 किलो तक का हो सकता है. भेड़ियों के दांत और जबड़े इतने मजबूत होते हैं कि वह शिकार के शरीर को आसानी से फाड़ सकते हैं. कुत्तों की तरह भेड़ियों की सुनने और सूंघने की क्षमता भी बहुत ज्यादा होती है. इसकी वजह से इन्हें शिकार खोजने और समूह के दूसरे सदस्यों के साथ संवाद करने में मदद मिलती है.


कितना बड़ा होता है भेड़ियों का ग्रुप


भेड़िया कभी अकेला नहीं रहता. ये हमेशा 6 या 10 के ग्रुप में रहता है. विज्ञान की भाषा में इसे पैक कहा जाता है. कई बार भेड़ियों का पैक 20 की संख्या वाला भी हो जाता है. हर पैक का नेतृत्व एक "अल्फा" जोड़ी करती है. यानी एक नर और एक मादा. इन दोनों का काम होता है ग्रुप को लीड करना और शिकार में सबसे आगे रहना.


बहराइच में भेड़िये हमला क्यों कर रहे


एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अगर भेड़ियों को एक बार इंसानी शिकार की आदत लग गई तो वो बार-बार हमला करते हैं. दरअसल, इंसान खासतौर से बच्चे इनके लिए आसान शिकार होते हैं. यही वजह है कि बहराइच में भेड़िये बार-बार बच्चों का ही शिकार कर रहे हैं.


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