अफगानिस्तान में भी लगा था पुरुष टेलरों पर बैन, नौकरी करने पहुंच गए थे पाकिस्तान
Tailors Ban on Stitching Womens Clothing: उत्तर प्रदेश महिला आयोग के प्रपोजल की तरह तालिबान ने भी पुरुष टेलरों को बैन कर दिया था, चलिए जानते हैं आखिर उनको पाकिस्तान क्यों जाना पड़ा.
Tailors Ban on Stitching Womens Clothing: उत्तर प्रदेश में राज्य महिला आयोग की तरफ से एक बहुत बड़ा प्रपोजल दिया गया है, जिसका कनेक्शन तालिबान के नियम से मिलता जुलता है. दरअसल महिला आयोग की तरफ से महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक प्रस्ताव दिया गया है, इसमें अब पुरुष टेलर महिलाओं के शरीर और कपड़ों का नाप नहीं ले सकेंगे. कुछ इसी तरह का एक फरमान तालिबान की तरफ से भी अफगानिस्तान में आया था चलिए जानते हैं उसके बारे में.
बैन से खाने का भी संकट
अफगानिस्तान में तालिबान के आने के बाद न सिर्फ महिलाओं के अधिकार छीने गए बल्कि पुरुषों को भी हिंसा का सामना करना पड़ा. तालिबान ने पुरुष टेलरों पर महिलाओं के कपड़े सिलने पर पाबंदी लगा दी थी. यह आदेश उन टेलरों के लिए काफी मुश्किल था, जिनका काम सिर्फ महिलाओं के कपड़े सिलना ही था. इससे उनके खाने के लिए भी संकट खड़ा हो गया था.
पाकिस्तान चले गए थे पुरुष टेलर
तालिबान के इस पाबंदी के बाद अधिकांश पुरुष दर्जी अफगानिस्तान से पाकिस्तान चले गए थे. उनका कहना था कि अगर वे कपड़ा नहीं सिलेंगे तो उनके पास खाने के लिए भी कुछ नहीं बचेगा. तालिबान के आने से पहले अफगानिस्तान में पुरुष ही महिलाओं के कपड़ों की सिलाई का सारा काम देखते थे. बहुत सारी दुकानें ऐसी थीं जिन पर सिर्फ महिला ही कपड़े सिलवाने आती थीं, इस फैसले के बाद उन दुकान पर कोई नहीं आता था. इसलिए उनको काम की तलाश में पाकिस्तान आना पड़ा.
कम पैसे में भी काम
तालिबान की तरफ से अफगानिस्तान में पुरुष टेलरों पर महिलाओं के कपड़े बनाने पर प्रतिबंध लगाने के बाद कई टेलर पाकिस्तान के पेशावर प्रांत में कम पैसे में काम कर रहे हैं, उनको महीने का उतना मिल रहा है जितना वे अफगानिस्तान में कुछ दिनों में कमा लेते थे. उनमें से कुछ लोग पाकिस्तान में रोजाना के कामकाजी अवसरों पर निर्भर हैं, जैसे कि स्थानीय टेलरों की दुकानों में काम करना.
यूपी में क्या होगा प्रभाव
महिला आयोग के इस प्रपोजल के बाद कई टेलर को बेरोजगारी का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि कई तो सिर्फ महिलाओं के कपड़ों को सिलकर अपना जीवन चला रहे थे, ऐसे में उनके सामने कोई दूसरा काम तलाशने का ही विकल्प होगा. यूपी में इसी तरह जिम ट्रेनर्स और योगा टीचर्स को लेकर भी महिला आयोग प्रपोजल लाया है, जिसमें पुरुष महिलाओं को नहीं सिखा पाएंगे. फिलहाल महिला सुरक्षा का हवाला देकर लाए गए इन फरमानों को लेकर विवाद शुरू हो गया है.
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