Bangladesh Election: बांग्लादेश में पहली बार कब हुए थे चुनाव? पाकिस्तान से ऐसे मिला था छुटकारा
Bangladesh Election: बांग्लादेश में आजादी के बाद निर्वासित सरकार के नेताओं ने सरकार चलाई, पाकिस्तान से अलग होने के बाद भारतीय सेना की सुरक्षा में सरकार का गठन हुआ.
Bangladesh Election: बांग्लादेश में अगले कुछ ही दिनों में चुनाव होने जा रहे हैं. यहां प्रधानमंत्री शेख हसीना की जीत तय मानी जा रही है. विपक्षी दलों का कहना है कि पीएम हसीना निष्पक्ष चुनाव नहीं करवाएंगीं, वहीं शेख हसीना की पार्टी जीत का दावा कर रही है. बांग्लादेश में सात जनवरी को आम चुनाव होंगे, उससे पहले यहां काफी हलचल देखी जा सकती है. आज हम आपको बता रहे हैं कि बांग्लादेश में पहली बार कब चुनाव हुए थे और कौन यहां का पहला राष्ट्रपति चुना गया.
कब हुए पहली बार चुनाव?
साल 1971 में पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश एक अलग देश बन गया. इसके बाद यहां एक निर्वासित सरकार चलाई गई, जिसे लोगों का खूब समर्थन भी मिला. साल 1973 में पहली बार बांग्लादेश में आम चुनाव हुए. जिसमें बांग्लादेश आवामी लीग ने जीत दर्ज की और सरकार बनाई. बांग्लादेश बनाने में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले शेख मुजीबुर रहमान देश के पहले राष्ट्रपति बनाए गए. बाद में जब चुनाव हुए तो उन्हें प्रधानमंत्री भी चुना गया. इसके बाद 1975 में सैन्य तख्तापलट हुआ और उनकी हत्या कर दी गई.
कैसे बना बांग्लादेश?
अब अगर बांग्लादेश के बनने की बात करें तो ये पहले पाकिस्तान का ही हिस्सा था. साल 1947 में जब पाकिस्तान बना तो इसमें पूर्वी और पश्चिमी पाकिस्तान शामिल थे. पूर्वी पाकिस्तान में रहने वाले लोग बांग्ला बोलते थे. उर्दू को पाकिस्तान की राष्ट्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने के बाद विरोध बढ़ने लगा. बंग्लाभाषी लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया. ढाका में छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया, इस आंदोलन में पुलिस की गोलीबारी में कुछ छात्रों की मौत हो गई, जिसने इस आंदोलन को और बड़ा बना दिया. बंगाली भाषा को भी राष्ट्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने से जिन्ना ने साफ तौर पर इनकार कर दिया था.
साल 1970 में हुए पाकिस्तान के आम चुनाव के बाद बांग्ला मुक्ति संग्राम शुरू हुआ और बांग्लादेश मुक्तिवाहिनी का गठन किया गया. अलग देश की मांग उठने लगी और पूर्वी पाकिस्तान से लोग भारत की सीमाओं में घुसने लगे, भारत ने भी इस मांग का समर्थन किया और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने ऐलान कर दिया कि भारत इस फैसले के साथ खड़ा है. आखिरकार 16 दिसंबर 1971 को बांग्लादेश का जन्म हुआ.