बिहार को बरौनी जंक्शन पर एक दर्दनाक घटना सामने आई. जहां शंटिंग ऑपरेशन के दौरान इंजन और ट्रेन के कोच के बफर्स के बीच फंसने से शनिवार को एक रेलवे कर्मचारी की दर्दनाक मौत हो गई. इस बेहद दर्दनाक घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें भारतीय रेल परिचालन में कर्मचारियों की सुरक्षा और पुरानी मैनुअल कपलिंग प्रणाली पर गंभीर चिंता जताई गई है. गौरतलब है कि राज्यसभा में पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार, साल 2019 से नवंबर 2023 के बीच कम से कम 361 रेलवे कर्मचारी ड्यूटी के दौरान अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं.


ऐसे में सवाल ये उठता है कि दूसरे देशों में ट्रेन के इंजन जोड़ने के लिए क्या प्रक्रिया होती है? क्या वहां भी भारत की तरह ही रेल इंजन जोड़े जाते हैं? चलिए इस सवाल का जवाब जानते हैं.


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दूसरे देशों में कैसे जोड़े जाते हैं रेल के इंजन?


बरौनी में ट्रेन के इंजन को जोड़ते समय एक रेलवे कर्मचारी की दबने से मौत हो गई. यह घटना हमें बताती है कि हमारे देश में ट्रेनों को चलाने और मेंटेन करने के तरीकों में अभी भी सुधार की बहुत जरूरत है. इस बीच चलिए जानते हैं कि दूसरे देशों में ट्रेन के इंजन कैसे जोड़े जाते हैं.


बता दें कई देशों में ट्रेनों को जोड़ने और अलग करने का काम मशीनें करती हैं, जिससे मानवीय गलती की गुंजाइश कम हो जाती है. इन देशों में ट्रेन चलाने के बहुत सख्त नियम होते हैं, जिनका पालन सभी को करना होता है. साथ ही इन देशों में ट्रेनों और ट्रैक की नियमित जांच होती रहती है, जिससे दुर्घटना होने की संभावना कम होती है. साथ ही इन देशों में ट्रेन चलाने वाले लोगों को बहुत अच्छा प्रशिक्षण दिया जाता है.


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भारत में क्या है स्थिति?


भारत दुनिया में चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है. लेकिन हमारे देश में कई जगहों पर अभी भी पुराने तरीके इस्तेमाल होते हैं. इसके कारण कई बार दुर्घटनाएं हो जाती हैं.                                             


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