दिखने में तो बेसिक फोन जैसा होता है, फिर इतना महंगा क्यों होता है सैटेलाइट फोन?
Satellite Phone Details: सैटेलाइट फोन दिखने में एक बेसिक फोन की तरह ही होता है, लेकिन उसकी कीमत काफी ज्यादा होती है. क्या आप जानते हैं इसकी वजह क्या है..
![दिखने में तो बेसिक फोन जैसा होता है, फिर इतना महंगा क्यों होता है सैटेलाइट फोन? Basic Phone And Satellite Phone Difference Know Why satellite Phone is Special and why is it So Expensive दिखने में तो बेसिक फोन जैसा होता है, फिर इतना महंगा क्यों होता है सैटेलाइट फोन?](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/08/01/5e09a61702d626c07181bf426538bbca1690871879041600_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
आपने सैटेलाइट के बारे में सुना होगा, जो दिखने में तो एकदम बेसिक फोन जैसे हैं. फोन में एक एंटीना निकला होता है, कुछ बटन होते हैं और छोटी सी स्क्रीन होती है. लेकिन, अगर कीमत की बात करें तो ये नॉर्मल सेलफोन या स्मार्टफोन से काफी महंगे होते हैं. जब इन फोन से नॉर्मल कॉल ही होता है तो फिर ये इतना महंगा क्यों होता है. अक्सर लोगों के मन में सवाल रहता है कि आखिर नॉर्मल फोन और सैटेलाइट फोन में क्या अलग होता है, जिसकी वजह से इसकी खास चर्चा होती है.
ये फोन इतना खास होता है कि इसे भारत में बिना परमिशन रखना ही अपराध है और कोई भी सीधे खरीदकर इसे इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. तो आज हम आपको बताते हैं कि इस फोन में क्या अलग होता है और इसे इस्तेमाल करने के लिए देश में क्या कानून है...
क्या होता है सैटेलाइट फोन?
वैसे तो आप नाम से ही समझ गए होंगे कि इसका कनेक्शन सैटेलाइट से होता है और जब भी इसके जरिए कॉल किया जाता है तो कॉल सीधे सैटेलाइट से होता है. इसके लिए नॉर्मल टावर या जीएसएम नेटवर्क की आवश्यकता नहीं होती है और ये सैटेलाइट से कनेक्टेड होने के बाद कॉल करता है. इसमें पहले आपका डेटा चाहे वो वॉइस हो या फिर टेक्स्ट पहले तो सैटेलाइट को भेजा जाता है और उसके बाद वहां से सैटेलाइट के जरिए जमीन पर आता है. इसे सीधे आकाश की तरह एंटीना कनेक्ट कर इस्तेमाल में लिया जाता है.
क्या होता है खास काम?
नॉर्मल सेल फोन में डेटा ट्रांसफर के लिए टावर या नेटवर्क की जरुरत होती है और जहां सुदूर इलाकों में टावर या नेटवर्क नहीं होता है तो वहां फोन नहीं मिल पाता है. मगर सैटेलाइट फोन के साथ ऐसा नहीं है और सैटेलाइट फोन एक दम सुदूर इलाकों में भी काम करता है. इसका इस्तेमाल हिमालय, महासागर के बीच में जाकर किया जाता है. ये काफी रिमोट इलाकों में भी इच्छे से काम कर सकते हैं.
क्या भारत में है कानूनी?
भारत में सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल करना गैर कानूनी है और अगर कोई इसका इस्तेमाल करना चाहता है तो इसकी परमिशन लेना जरुरी है. अगर कोई विदेशी भारत में सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल करना चाहता है तो उसे भारत में प्रशासन से इसका इजाजत लेनी होगी.
कितने रुपये का आता है सैटेलाइट फोन?
अगर सैटेलाइट फोन की कीमत की बात करें तो ये बेसिक से दिखने वाले फोन 3 हजार डॉलर तक के होते हैं. बाजार में अलग अलग कंपनियों के सैटेलाइट फोन मिलते हैं और ये 3000 डॉलर तक के मिलते हैं. अगर भारतीय करेंसी के हिसाब से देखें तो इसकी रेट करीब ढाई लाख रुपये है.
ये भी पढ़ें- यहां 70 दिनों तक नहीं डूबता सूरज, 24 घंटे रहती है रोशनी; लोग रात के 2 बजे भी करते हैं काम
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)