फ्लैट में रहते हैं...गैस पर बनाते हैं खाना! आपके बच्चों को बीमार कर देगी ये बीमारी
रॉकी माउंटेन इंस्टीट्यूट के रिसर्चर ने अपने शोध में पाया कि गैस के इस्तेमाल से घर में इतना प्रदूषण हुआ जिसे मानक के हिसाब से किसी भी जीवित जीव के लिए सही नहीं माना जा सकता है.
आज के समय में ऐसा शायद ही कोई घर होगा जहां एलपीजी गैस के इस्तेमाल से खाना ना बनता हो. खाना बनाने वाले गैस को मुद्दा बनाकर राजनीतिक पार्टियां भी खूब राजनीति करती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह एलपीजी गैस आपके स्वास्थ्य के लिए कितना हानिकारक है. सबसे खतरनाक बात यह है कि इस गैस पर बने खाने से आपको जितना ज्यादा नुकसान नहीं है, उससे ज्यादा नुकसान है किचन में इस गैस के जलने से होता है. अगर आप दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों के अपार्टमेंट या फ्लैट में रहते हैं तो यह आपके लिए और भी ज्यादा खतरनाक है. दरअसल, ऐसे घरों में किचन इनडोर और ओपन होता है, ऐसे में एलपीजी गैस से निकलने वाला प्रदूषण पूरे घर में फैल जाता है और लोगों को समय के साथ बीमार बना देता है.
क्या कहता है रिसर्च
द गार्जियन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबित, रॉकी माउंटेन इंस्टीट्यूट के रिसर्चर ने अपने शोध में पाया कि गैस के इस्तेमाल से घर में इतना प्रदूषण हुआ जिसे मानक के हिसाब से किसी भी जीवित जीव के लिए सही नहीं माना जा सकता है. खास तौर से इंसानों के लिए तो बिल्कुल नहीं. इस रिसर्च के प्रमुख ब्रैडी सील्स का कहना है कि हम आज एक ऐसे दहन उपकरण (घरों में जलने वाला गैस) के आदि हो गए हैं, जिसे घर के अंदर नहीं होना चाहिए था. इसी रिसर्च में बताया गया है कि घर में गैस जलाने से जो नाइट्रोजन डाइआक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है, वो बच्चों के लिए बेहद खतरनाक है. रिपोर्ट में कहा गया कि जिन घरों में एलपीजी गैस का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है, वहां बच्चों में अस्थमा की बीमारी होने का खतरा 42 फीसदी और बढ़ जाता है.
बड़ों के लिए भी खतरनाक
वहीं, ऑस्ट्रेलिया में हुई एक रिसर्च में पता चला है कि बचपन में जिन बच्चों को अस्थमा हो जाता है उनमें से 12.3 फ़ीसदी बीमार बच्चों के लिए घर में जलाए गए एलपीजी गैस को जिम्मेदार माना जा सकता है. जबकि, बड़ों के लिए भी यह एलपीजी गैस उतना ही ज्यादा खतरनाक है. इस गैस पर खाना बनाते वक्त जिस नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड का उत्सर्जन होता है वह किसी भी इंसान में पल्मोनरी डिजीज को जन्म देती है. इसकी वजह से इंसानों में हॉट से जुड़ी समस्याएं, शुगर और यहां तक कि कैंसर होने के चांसेस बढ़ जाते हैं.
इससे कैसे बचें
अगर आप सोच रहे हैं कि इस समस्या से बचने के लिए आप एलपीजी गैस की जगह इलेक्ट्रॉनिक स्टोव का उपयोग कर लेंगे तो यह बिल्कुल गलत है. दरअसल, न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, इलेक्ट्रिक स्टोव को भी इंडोर प्रदूषण के लिए जिम्मेदार माना गया है. हालांकि, एक ऐसा समाधान है जिसे अपनाकर आप सभी समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं. अगर आपके किचन में अच्छा वेंटिलेशन है और खाना बनाते वक्त जो गैस निकलती है, वह वेंटीलेशन के जरिए बाहर निकल जाए तो आपके घर का वातावरण शुद्ध बना रहेगा. इसलिए अगर आपके पास इंडोर किचन है तो उसमें वेंटिलेशन का इंतजाम जरुर पुख्ता करें.
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