चीन में जिनपिंग की वजह से अब लड़के पहन रहे हैं ब्रा और पैंटी...जानें क्यों?
चीन की जिनपिंग सरकार ने हाल ही में कुछ ऐसे नियम लागू कर दिए हैं जिसके चलते देश के तमाम बड़े सोशल मिडिया लाइव स्ट्रीमिंग एप्स पर कोई भी महिला अंडर गारमेंट्स पहनकर नहीं आ सकती.
चीन की जिनपिंग सरकार आए दिन नए-नए कारनामे कर रही है. कभी कोरोनावायरस को लेकर यह देश चर्चा में रहता है... तो कभी पाकिस्तान से दोस्ती को लेकर. लेकिन इस बार चीन जिस मुद्दे को लेकर चर्चा में बना हुआ है वह काफी हैरान करने वाला है. दरअसल इस बार चीन इसलिए चर्चा में है क्योंकि वहां अब महिलाओं के अंडर गारमेंट्स का प्रचार प्रसार सोशल मीडिया पर पुरुष कर रहे हैं. यह प्रचार प्रसार पुरुष सिर्फ मौखिक रूप से नहीं कर रहे हैं, बल्कि महिलाओं की ब्रा और पैंटी पहन कर बकायदा वीडियो ऐड शूट करा कर इसका प्रचार कर रहे हैं. अब सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि महिलाओं के अंडर गारमेंट्स का प्रचार पुरुष कर रहे हैं? क्या चीन में महिला मॉडलों की कमी हो गई है या फिर ऐसा कोई नियम आ गया है जिसकी वजह से महिलाएं अंडरगारमेंट्स का प्रचार-प्रसार नहीं कर पा रही हैं.
चीन में पुरुष क्यों पहन रहे हैं महिलाओं के अंडर गारमेंट्स
दरअसल, चीन की जिनपिंग सरकार ने हाल ही में कुछ ऐसे नियम लागू कर दिए हैं जिसके चलते देश के तमाम बड़े सोशल मिडिया लाइव स्ट्रीमिंग एप्स पर कोई भी महिला अंडर गारमेंट्स पहनकर नहीं आ सकती. यही वजह है कि अब चीन की लॉन्जरी इंडस्ट्री को प्रमोट करने के लिए पुरुष आगे आ रहे हैं. तमाम लाइव स्ट्रीमिंग एप्स पर ये पुरुष महिलाओं के अंडर गारमेंट पहनकर उसका प्रचार प्रसार कर रहे हैं.
महिलाएं क्यों नहीं कर रही प्रचार
चीन के रहने वाले एक टि्वटर यूजर @xiaojingcanxue ने अपने प्रोफाइल पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि चीन में महिलाएं लाइव ब्रॉडकास्ट ऐप पर अंडर गारमेंट्स पहनकर नहीं आ सकतीं , क्योंकि अगर उन्होंने ऐसा किया तो चीन की सरकार के नए नियम के तहत यह ऑनलाइन अश्लीलता फैलाने जैसा होगा. यही वजह है कि अब चीन की लॉन्जरी कंपनियों को महिलाओं के बजाय पुरुष प्रमोट कर रहे हैं.
क्या और भी देशों में लागू हो हो सकता है यह कानून
जिस तरह से सोशल मीडिया का दुरुपयोग हो रहा है और उस पर धड़ल्ले से पॉर्नोग्राफी चलाई जा रही है... उसे देखते हुए यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि आने वाले समय में भारत समेत दुनिया के कई देश इस तरह का कोई नियम बना सकते हैं. अगर यह फैसला दुनिया के अन्य देशों में लागू हुआ तो महिलाओं के अंडर गारमेंट्स बनाने वाली कंपनियों के लिए मुसीबत खड़ी हो जाएगी. क्योंकि डिजिटल युग के इस दौर में देश दुनिया की ज्यादातर कंपनियां सोशल मीडिया के माध्यम से ही अपने प्रोडक्ट का प्रचार-प्रसार करती हैं.
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