एसी चलाने से पहले जान लें कितने तापमान पर इंसान को आती है अच्छी नींद...
इस मामले पर कई डॉक्टर और विशेषज्ञ मानते हैं कि एक अच्छी नींद के लिए कमरे का तापमान 18.3 डिग्री सेल्सियस के आसपास का होना चाहिए.
होली खत्म होने के बाद आमतौर पर गर्मियां शुरू हो जाती हैं. हालांकि, उत्तर भारत में इस बार होली से पहले ही गर्मी शुरू हो गई थी. बिना पंखा चलाएं अब आप 1 मिनट भी नहीं रह सकते. जिनका घर टॉप फ्लोर पर है उन्हें तो सोते वक्त ऐसी भी चलाना पड़ता है. बिना एसी चलाए नींद आना टॉप फ्लोर वाले घरों में मुश्किल हो जाता है. लेकिन ऐसी चलाने से पहले क्या आपने इसके बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश की है कि कितने टेंपरेचर पर आप ऐसी चलाएं तो आपको एक अच्छी नींद आएगी. तो चलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको यही बताते हैं कि कमरे का तापमान कितना होना चाहिए कि आपको एक अच्छी नींद आ सके.
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
इस मामले पर कई डॉक्टर और विशेषज्ञ मानते हैं कि एक अच्छी नींद के लिए कमरे का तापमान 18.3 डिग्री सेल्सियस के आसपास का होना चाहिए. अपनी सुविधा के अनुसार आप इसका तापमान थोड़ा ऊपर नीचे रख सकते हैं. हालांकि ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आप एक गहरी नींद चाहते हैं तो अपने कमरे का तापमान न्यूनतम 15.6 और अधिकतम 19.4 डिग्री सेल्सियस के आसपास रखें. इस टेंपरेचर पर आपके शरीर को सबसे ज्यादा आराम मिलता है और आपको एक गहरी नींद आती है. लेकिन अब सवाल उठता है कि क्या यह तापमान सभी के लिए एक जैसा होता है.
बच्चों के लिए कितना तापमान होना चाहिए
अगर आपके घर में बहुत छोटे बच्चे हैं और वह एसी में सो रहे हैं तो उनके अच्छी नींद और अच्छे सेहत के लिए आपको कमरे का तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस के आसपास रखना चाहिए. अगर आपने उनके कमरे का तापमान इतना कर दिया तो उन्हें गहरी नींद तो आएगी ही आएगी... इसके साथ ही जब वह सुबह उठेंगे तो उनमें एक अलग सी ताजगी आपको दिखाई देगी. डॉक्टरों का मानना है कि जिस कमरे में बच्चे सोते हैं उस कमरे का तापमान ना तो बहुत ज्यादा होना चाहिए और ना ही बहुत कम. अगर आपके बच्चे की कमरे का तापमान बहुत ज्यादा गर्म हो गया तो उन्हें सडेन इन्फेंट डेथ सिंड्रोम का खतरा हो सकता है.
तापमान का नींद से क्या लेना देना है
यह एक बड़ा सवाल है. दरअसल, हमें आने वाली नींद का चक्र हमारे सर्केडीएन रिदम से नियंत्रित होता है. यह सर्केडीएन रिदम सूरज के प्रकाश और अंधेरे पर आधारित होता है, जिसे हाइपोथैलेमस में दिमाग का एक हिस्सा नियंत्रित करता है. इसे विज्ञान की भाषा में सुप्रेक्यास्मैटिक न्यूक्लियस कहा जाता है. हमारी अच्छी और गहरी नींद के पीछे इन्हीं सब चीजों का हाथ होता है. और यह सब चीजें कमरे के तापमान से जुड़ी होती हैं. यही वजह है कि विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अगर आप एक अच्छी और गहरी नींद चाहते हैं तो आपको कमरे का तापमान तय मानक के अनुसार ही रखना चाहिए.
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