Death Penalty: दुनिया के अलग-अलग देशों में एक ही तरह के क्राइम के लिए अलग-अलग सजा का प्रावधान होता है. कई देश तो ऐसे भी हैं, जहां छोटे क्राइम करने पर भी आपको कई महीने या फिर सालों तक जेल में रहना पड़ सकता है. हत्या, बलात्कार और क्रूरता जैसे गंभीर अपराधों के लिए मौत की सजा का प्रावधान होता है, लेकिन मौत की सजा को लेकर भी दुनिया के अलग-अलग देशों में अलग तरीके का इस्तेमाल होता है. भारत में सजा-ए-मौत फांसी देकर दी जाती है. जिसमें दोषी को जेल में ही फांसी के फंदे से लटकाया जाता है.
गोली मारकर मौत की सजा
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के 58 देश ऐसे हैं, जहां मौत की सजा के लिए दोषी को फांसी दी जाती है. हालांकि इससे ज्यादा देश मौत की सजा देने के लिए बंदूक का इस्तेमाल करते हैं. दुनिया के 73 देश दोषी को गोली मारकर मौत की सजा देते हैं. कई देशों में मौत की सजा देने के एक से ज्यादा तरीके भी हैं. भारत समेत दुनिया के 33 देशों में सिर्फ फांसी के जरिए ही मौत की सजा दी जा सकती है. इसके अलावा मौत की सजा देने का कोई दूसरा विकल्प नहीं है.
जहर के इंजेक्शन का भी इस्तेमाल
अफगानिस्तान और सूडान समेत कुल 6 देशों में पत्थर मारकर या फिर फायरिंग से मौत की सजा दी जा सकती है. यमन, बहरीन, चिली, थाइलैंड, इंडोनेशिया और अर्मेनिया जैसे देशों में गोली मारकर ही मौत की सजा दी जाती है. इसके अलावा चीन और फिलीपींस समेत दुनिया के पांच देशों में इंजेक्शन देकर भी मौत की सजा दी जाती है. दुनिया के तीन देशों में सिर काटकर मौत की सजा दी जाती है. हालांकि दुनिया के कई देश ऐसे भी हैं, जो मौत की सजा के प्रावधान को खत्म कर चुके हैं. दुनिया के 97 देश अब तक ऐसा कर चुके हैं.