(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Best Sleeping Position: क्या लेफ्ट करवट या राइट करवट में सोने से कुछ फर्क पड़ता है? कौनसी साइड है सही
जैसे सही दिशा का चयन कर सोना महत्वपूर्ण है. ऐसे ही किस करवट आप सो रहे हैं. वह भी सेहत के लिए इंपोर्टेंट हैं. बाईं ओर करवट लेकर सोने के अनेक फायदे हैं
Sound Sleep Benefit: अमूमन लोग करवट लेकर सोना पसंद करते हैं. इस करवट लेने में आपकी अच्छी सेहत का राज भी छिपा हुआ है. दरअसल, कई लोगों का मानना होता है कि दाईं तरफ करवट लेने के बजाय बाईं तरफ करवट लेकर सोना चाहिए. वहीं, कई लोग दाईं तरफ सोने को सही बताते हैं. ऐसे में जानते हैं कि क्या करवट लेने की साइड से शरीर पर कुछ असर पड़ता है और अगर हां, तो किस तरह की करवट लेकर इंसान को सोना चाहिए...
बाईं ओर करवट लेकर सोने के लाभ
चिकित्सा प़द्धतियों में भी किस करवट सोने से सेहत लाभ मिलेगा. इसका जिक्र किया गया है. आयुर्वेद में बाईं ओर करवट लेने को सेहत के लिए बेस्ट बताया है. इस पॉजीशन में सोने से बॉडी के आर्गन सही ढंग से काम करते हैं.
दिल के लिए भी फिट
बाईं और करवट लेकर सोना दिल के लिए भी फिट है. विशेषज्ञों का कहना है कि बाईं करवट सोने से हार्ट की ब्लड सप्लाई करने में दबाव नहीं पड़ता है. इससे बॉडी के अन्य आर्गन को भी ब्लड पहुंच जाता है.
डाइजेशन बेहतर होता है
बाईं और करवट लेकर सोने से डाइजेशन सिस्टम बेहतर होता है. एक्सपर्ट का कहना है कि बाईं ओर करवट लेकर सोने से खाने का जो अवशेष बचता है. वह आसानी से छोटी आंत से बड़ी आंत तक पहुंच जाता है. पेट साफ रहता है और अन्य दिक्कतें नहीं होतीं.
लीवर भी रहेगा सेहतमंद
बांए और सेोने से लीवर और किडनी दोनों ही दुरस्त रहते हैं. इस ओर करवट लेकर सोने से लीवर और किडनी पर दबाव नहीं पड़ता. पेट का एसिड ऊपर के बजाय नीचे की ओर जाता है. इससे एसिडिटी की समस्या नहीं बनती.
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प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए भी फायदेमंद
बाईं और करवट लेकर सोना गंर्भवती महिलाओं के लिए भी फायदेमंद है. विशेषज्ञों का कहना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान बाईं ओर सोने से महिलाओं की कमर पर दबाव कम पड़ता है. साथ ही गर्भाशय और भ्रूण में ब्लड सप्लाई बेहतर हो जाती है. बाईं ओर सोने से सभी न्यूट्रिएंट्स प्लेसेंटा तक भी आसानी से पहुंच जाते हैं.
खर्रांटों की समस्या कम होती है
बाईं ओर करवट लेकर सोने से खर्रांटों की समस्या काफी कम हो जाती है. बाईं करवट लेकर सोने से जुबान और गला न्यूट्रल पोजिशन में रहते हैं. इसकी वजह से सोते समय सांस लेने में कोई परेशानी नहीं होती.
अल्जाइमर का खतरा कम होता है
बाईं ओर सोने से गर्दन और कमर दर्द को राहत मिलती है. वहीं ब्रेन को ब्लड सप्लाई बेहतर होने से मानसिक समस्याओं का खतरा कम हो जाता है. ब्रेन की खतरनाक बीमारी अल्जाइमर होने का खतरा काफी कम हो जाता है.
खुद अनुभव करके देखिए, फायदा है या नहीं?
डॉक्टरों का कहना है कि बाईं और करवट लेकर सोने से बॉडी में जमा होने वाले टॉक्सिंस धीरे धीरे लसिका तंत्र बाहर निकाल देता है. इससे बॉडी को जहरीले तत्वों से राहत मलती है. लीवर और अन्य अंगों पर भी दबाव नहीं पड़ता है. अग्नाश्य से एंजाइम समय से निकलते हैं. इससे खाना भी पच जाता है. डॉक्टरों का कहना है कि पेट की गड़बड़ी वालों को बाईं ओर करवट लेकर ही सोने चाहिए. भविष्य में इसके लाभ वह खुद देख सकते हैं.
दाईं ओर करवट सोने के ये नुकसान हैं
दाहिने यानि दाईं ओर करवट लेकर सोने को डॉक्टर सही नहीं बताते हैं. डॉक्टरों का कहना है कि दाईं और करवट लेकर सोने से लीवर, अग्नाशय और आंतों की पॉजीशन डिस्टर्ब होती है. इससे लीवर पर नीचे की साइड झुकने का दबाव होता है. वह सही ढंग से काम नहीं कर पाता है. दाहिने करवट सोने से कंधे में दर्द और गर्दन से जुड़ी समस्याएं जन्म ले सकती हैं. खर्रांटों की समस्या भी बढ़ जाती है. डॉक्टरों का कहना है कि बाईं और सोना ठीक नहीं लग रहा है तो पीठ के बल सो सकते हैं.
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