सैलरी आती है और चली जाती है. खाते में जीरो है और कर्ज अलग से है. मां-बाप ने बेटे को पैसा नहीं दिया, इसलिए बेटा किसी से बात नहीं करता है. आप अपने आस-पास समाज में ये बातें जरूर सुनते होंगे. देशभर के क्रिकेट प्रेमी जहां एक तरफ आईपीएल मैच देख रहे हैं, वहीं कुछ क्रिकेट के दिवाने ऑनलाइन वेबसाइट्स के जरिए पैसा डबल करने में लगे हुए हैं. आपने ऐसे विज्ञापन ज़रूर देखे होंगे जिसमें ये प्रचार किया जाता है घर बैठे लाखों, करोड़ों रुपये कमाएं. 


ऑनलाइन सट्टा


देश में आज के वक्त बड़ी संख्या में युवा ऑनलाइन वेबसाइट्स के जरिए क्रिकेट में सट्टा लगाते हैं. टीवी से लेकर यूट्यूब पर आपने इन ऑनलाइन वेबसाइट के विज्ञापन जरूर देखे होंगे. देश के कई बड़े क्रिकेटर और सेलेब्रिटी इन विज्ञापनों का प्रचार करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऑनलाइन सट्टा लगाना मतलब बर्बादी के रास्ते पर चलना है. 


कई केस आए सामने


देशभर में ऑनलाइन सट्टा लगाने वाले युवाओं के कई केस सामने आए हैं. जिसमें उनके मां-बाप, रिश्तेदारों ने बच्चे को बचाने के लिए पुलिस, काउंसलर से मदद मांगी है. दरअसल ऑनलाइन सट्टा की गिरफ्त में आने के बाद युवा अपनी सैलरी, मां-बाप के पैसे, दोस्तों और रिश्तेदारों से कर्ज, ब्याज पर पैसा लेकर उसे डबल करने की कोशिश करते हैं. कई बार ये पैसे डबल होते हैं, कई बार नहीं होते हैं. इतना ही नहीं पैसा कमाने के लालच में युवा कर्ज में डूबते चले जाते हैं, जिसके बाद वो डिप्रेशन में चले जाते हैं. 


एक्सपर्ट के मुताबिक युवाओं को पैसों के लालच के लिए इन ऑनलाइन सट्टा बाजार के बहकावे में आने से बचना चाहिए. दरअसल ऑनलाइन या ऑफलाइन सट्टा,जुआ ये दलदल की तरह है. जिसमें युवा फंस जाते हैं और कुछ समय के बाद मानसिक रूप से डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं. कुछ केस में ये भी देखने को मिला है कि कर्ज बढ़ने के कारण युवाओं ने आत्महत्या का प्रयास किया है. 


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