Bharat Bandh on 21 August: अनुसूचित जाति व जनजाति आरक्षण में क्रीमिलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ देशभर के विभिन्न संगठनों ने 21 अगस्त को भारत बंद का आव्हान किया है. बसपा समेत कई पार्टियों ने इस बंद का समर्थन किया है. समय-समय पर भारत बंद का आव्हान किया जाता रहा है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि अबतक का सबसे बड़ा भारत बंद कहां रहा है.
क्या है भारत बंद का इतिहास?
2 अप्रैल 2018 को हुआ भारत बंद अबतक का सबसे बड़ा भारत बंद माना जाता है. इस दिन भारत बंद के बारे में मीडिया को भी जानकारी नहीं थी और अचानक भारत बंद किया गया था. दरअसल 2 अप्रैल 2018 का दिन भारतीय इतिहास में संपूर्ण भारत बंद के रूप में दर्ज है. इस दिन देश के दलित और आदिवासी भारी संख्या में सड़कों पर उतर गए थे. इसका कारण ये था कि उनके लिए ‘सुरक्षा कवच’ कहे जाने वाले अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम में सुप्रीम कोर्ट द्वारा संशोधन किया गया था जिससे देशभर के दलितों और आदिवासियों में गुस्सा भर उठा था.
विरोध प्रदर्शन के कारण हुई मौतें
इससे देशभर के दलित और आदिवासी समुदाय ने मिलकर 2 अप्रैल को संपूर्ण भारत बंद का ऐलान कर दिया. देश के अलग-अलग हिस्सों में आगजनी और हिंसा भी भड़क गई. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस दिन भारत बंद में शामिल 11 लोगों की जाान भी चली गई थी. दूसरी ओर उत्तरप्रदेश, बिहार, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब व मध्यप्रदेश जैसे कई राज्यों में अनगिनत दलित-आदिवासी कार्यकर्ताओं के ऊपर मुकदमे दर्ज हुए. इस दौरान पंजाब और राजस्थान के कई इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में प्रदर्शन के दौरान गोलियां चल गईं. भारत बंद के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा हिंसा भड़काने का प्रयास भी किया गया.
क्या हुआ था?
द प्रिंट की रिपोर्ट के अनुसार, इस दिन युवा कार्यकर्ताओं को छत्रावासों में घुसकर बेरहमी से पीटा गया था. किसी का हाथ टूटा तो किसी का पैर. किसी की नौकरी चली गई तो किसी को फर्जी मामलों में महीनों तक जेल में रहना पड़ा. 14 अप्रैल या 6 दिसंबर के दिन छोटे मोटे कार्यक्रम और मोर्चे के लिए जो आदिवासी और दलित ब्यूरोक्रेट्स चंदा देते थे उनके खिलाफ एक सोची समझी साजिश के तहत मुकदमे दर्ज हुए.
राजस्थान में अलग-अलग पुलिस थानों में उन दलित-आदिवासी कार्यकर्ताओं की सूची तैयार की गई जो आंदोलनों में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हों, ताकि पता चले कि किसे हिरासत में लिया जाये. इस तरह ये भारत बंद सबसे बड़े भारत बंद के रूप में इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया.
यह भी पढ़ें: पानी की जगह कोका-कोला पीकर प्यास मिटा रहे हैं इस शहर के लोग, 800 लीटर कोल्ड ड्रिंक एक आदमी पी जाता है