टीवी जगत के सबसे चर्चित शो बिग बॉस के 16वें सीजन के फाइनल में मशहूर रैपर एमसी स्टैन विजेता बने हैं. एमसी स्टैन को विनर ट्रॉफी के साथ 31 लाख रुपये भी प्राइज के रुप में दिए हैं. इसी तरह कौन बनेगा करोड़पति कार्यक्रम में भी प्रतिभागी शो से पैसे जीतकर लेकर जाते हैं. कई प्रतिभागियों को तो एक करोड़ रुपये तक भी मिलते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि आपको जो प्राइज मनी बताई जाती है, उतनी प्राइज मनी उन्हें मिलती नहीं है. इस प्राइज मनी में से एक बड़ा हिस्सा टैक्स के रुप में कट जाता है और टैक्स कटने के बाद कुछ पैसे मिलते हैं.


ऐसे में जानते हैं कि आखिर बिग बॉस या केबीसी जैसे शो में मिलने वाली प्राइज में से कितने प्रतिशत पैसे काट लिए जाते हैं और कितने पैसे प्रतिभागी को मिलते हैं. तो जानिए विनर प्राइज से जुड़ी हर एक डिटेल...


कितने रुपये काटे जाते हैं?


अगर शो से मिलने वाली रकम की बात करें तो इसमें से टीडीएस और सेस का पैसा काटा जाता है. फाइनेंशियल एक्सपर्ट और सीए सौरभ शर्मा ने बताया कि किसी भी शो में से मिलने वाले पैसे टीडीएस कटकर ही मिलते हैं. अंडर सेक्शन 194 बी के अनुसार, करीब 30 फीसदी तक टीडीएस कटता है. जैसे अगर किसी को एक करोड़ रुपये प्राइज के रुप में मिलते हैं तो उन्हें 70 लाख रुपये मिलते है. 


इसके बाद भी कंटेस्टेंट को नियमों के अनुसार, 4 फीसदी भी Cess भी देना होता है, जो टीडीएस प्लस सरचार्ज अमाउंट का 4 फीसदी है यानी 1 लाख 20 हजार रुपये.  ऐसे में कंटेस्टेंट को कुल 31 लाख 20 हजार रुपये देने होते हैं और कंटेस्टेंट के हाथ में आखिर में 68 लाख 80 हजार रुपये बचते हैं. ऐसे में कहा जा सकता है कि कुल रेट पर  करीब 31.20 फीसदी टैक्स देना होता है और उसके बाद जो पैसा बचता है, वो ही नेट कमाई होती है. आप इसके हिसाब से हर अमाउंट की गणना खुद ही कर सकते हैं. बता दें कि ये अमाउंट कटने के बाद ही मिलता है.


हालांकि, बाद में अपनी इनकम के हिसाब से इसे लेकर आईटीआर भरी जा सकती है, जिसके बाद टैक्स में बदलाव हो सकता है और यह प्रतिभागी की सलाना आय पर निर्भर करता है. इसके आधार पर साल भर के टैक्स की गणना होती है.  


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