ये है पिछले एक दशक का खोजा गया सबसे बड़ा खजाना, जानिए कहां मिला
चेक एकेडमी ऑफ साइंसेज के मुताबिक, इस खजाने में 2150 से अधिक सिक्के शामिल हैं. अनुमान है कि ये सिक्के 1085 से 1107 के बीच बनाए गए होंगे. सबसे बड़ी बात कि ये सिक्के सिर्फ एक धातु के नहीं हैं
सोचिए आप समुद्र के किनारे टहल रहे हैं और तभी आपके पैरों के नीचे कुछ ऐसा रेत में दबा मिल जाए जो अनमोल हो तो आपको कैसा महसूस होगा. यूरोपिय देश चेक रिपब्लिक की एक महिला के साथ ऐसा ही हुआ. दरअसल, चेक रिपब्लिक की एक महिला जब समुद्र तट के किनारे टहल रही थी, तब उन्हें रेत में दबा एक ऐसा खजाना मिला जो बीते एक दशक में खोजे गए सभी खजानों से बड़ा था.
कहां मिला खजाना
एक्सपर्ट्स अनुमान लगा रहे हैं कि ये खजाना 10वीं शताब्दी का हो सकता है. अपने प्रेस रिलीज में चेक एकेडमी ऑफ साइंसेज (ARUP) के पुरातत्व संस्थान ने इस खजाने के बारे में बताया कि खजाना चेक गणराज्य के मध्य बोहेमियन क्षेत्र में स्थित कुटना होरा में घूम रही एक महिला को मिला था.
कितना बेशकीमती है खजाना
चेक एकेडमी ऑफ साइंसेज के मुताबिक, इस खजाने में 2150 से अधिक चांदी के सिक्के शामिल हैं. अनुमान है कि ये सिक्के 1085 से 1107 के बीच बनाए गए होंगे. सबसे बड़ी बात कि ये सिक्के सिर्फ एक धातु के नहीं हैं, बल्कि इन्हें कई धातुओं को मिला कर बनाया गया है. इन धातुओं में चांदी, तांबा, सीसा और ट्रेस शामिल है. पुरातत्वविदों का मानना है कि ये एक दशक में खोजे गए सभी खजानों से बड़ा है. इस खजाने की मौजूदा कीमत की बात करें तो ये करोड़ों में है. बीते साल भारत में भी एक इंसान को खजाना मिला था.
दरअसल, तेलंगाना में एक किसान जब अपने खेत में काम कर रहा था, तब उसे वहां गड़ा हुआ खजाना मिला. इस खजाने के बारे में जब गांव वालों को सूचना मिली तो उन्होंने संबंधित विभाग और पुलिस प्रशासन को सूचना दी. ये पूरा खजाना एक घड़े में था. गिनती करने पर पता चला कि इस खजाने में 19 चांदी के और 5 सोने के सिक्क थे. इसके अलावा इसमें कुछ गहने भी थे. पुरातत्वविदों का मानना है कि ये खजाना मुगलकाल का था.