कई बार बर्ड फ्लू इंसानों की मौत का कारण बन जाता है. यही वजह है कि जब भी मुर्गियां या फिर अन्य पक्षी इस फ्लू से ग्रसित पाए जाते हैं तो हजारों की संख्या में उन्हें मार दिया जाता है, लेकिन आपको बता दें कि यदि आप ऐसा सोचते हैं कि मुर्गियां या फिर सिर्फ पक्षियों में ही बर्ड फ्लू फैलता है तो बता दें कि आप गलत हैं. दरअसल ये फ्लू पक्षियों के अलावा कुछ जानवरों में भी पाया जाता है.
इन जानवरों में भी पाया जाता है बर्ड फ्लू
बर्ड फ्लू पक्षियों के अलावा पालतू मुर्गी, बिल्लियों या फिर आम जीवों में भी पाया जा सकता है. वहीं दुर्लभ मामलों में ये गाय जैसे जानवरों में भी फैल सकता है. 2024 में ये वायरस गायों में भी दिखाई दिया था. वहीं रिपोर्ट्स के मुताबिक, मई 2024 तक संक्रमित गायों के संपर्क में रहने के चलते तीन लोगों की मौत भी हो गई थी. वहीं अमेरिका में भी गायों और दूसरे पशुओं में ये संक्रमण पाया गया है.
इंसानों में कैसे दिखते हैं बर्ड फ्लू के लक्षण?
एचएन1 से संक्रमित होने पर इंसान में लगभग 2-8 लक्षण दिखाई देते हैं. कई बार बर्ड फ्लू के लक्षण को लोग सीजनल फ्लू समझकर भी इग्नोर कर देते हैं.
बर्ड फ्लू के लक्षण खांसी और गले में खराश होना, तेज बुखार आना, सर्दी-जुकाम और नाक बहना, हड्डी और जोड़ों में तेज दर्द होना, ठंड लगना और थकान होना, सिर और छाती में तेज दर्द, भूख कम लगना जैसे होते हैं. तेज बुखार के साथ खांसी और शरीर में तेज दर्द है तो इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि यह बर्ड फ्लू के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं.
इंसानों कैसे फैलता है बर्ड फ्लू?
कई बार हमें बर्ड फ्लू के संपर्क में आए लोगों की खबरें सुनने के मिलती हैं. ऐसे में अक्सर ये सवाल सोचने में आ जाता है कि आखिर ये इंसानों में कैसे फैलता है. तो बता दें कि जब आप संक्रमित पक्षियों के कॉन्टैक्ट में आते हैं तो बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ जाता है. संक्रमित पोल्ट्री फॉर्म में आप जाते हैं और वहां पर देखरेख करते हैं तब भी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. ये फ्लू संक्रमित पक्षी के मल, नाक, मुंह और आंखों से निकलने वाले लिक्विड से भी फैलता है . इसके अलावा संक्रमित पक्षी के अंडे या उसका मीट खाया है तो उससे भी यह बीमारी इंसान को हो सकती है.
यह भी पढ़ें: जमानत, अंतरिम जमानत और अग्रिम जमानत में क्या होता है अंतर? जान लीजिए