देश में ‘लिव-इन’ रिलेनशिप में रहना एक सामान्य सी बात हो गई है. भारत के कई शहरों में लिव-इन का चलन काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है. हालांकि, समाज का एक वर्ग इस कल्चर के खिलाफ है. लोगों को लगता है कि यह चलन आने वाली पीढ़ियों के लिए खतरा है. ऐसे में प्रेम विवाह या प्रेम संबंध में रह रहे कपल की हत्या के काफी मामले आए दिन देखने को मिलते हैं. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के एक सांसद ने गुरुवार को लोकसभा में मांग कि केंद्र सरकार को देश में ‘लिव-इन’ संबंधों पर रोक लगाने के लिए एक कानून बनाना चाहिए. साथ ही प्रेम विवाहों में माता-पिता की सहमति अनिवार्य की जानी चाहिए.
बीजेपी सांसद धर्मवीर सिंह ने संसद में कहा कि देश में प्रेम विवाह के कारण तलाक के मामले भी काफी बढ़ गए हैं. लिव-इन देश की संस्कृति को बर्बाद कर रही है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे ही चलता रहा तो हमें जिस सभ्यता और संस्कृति के लिए जाना जाता है, वह एक दिन खत्म हो जाएगी. उनका कहना है कि लिव-इन संबंधों को रोकने के लिए देश में कानून बनाया जाना चाहिए.
इन वजहों से बढ़ रहा हैं लिव-इन रिलेशनशिप का चलन
- बड़े शहरों के लिए लिव-इन रिलेशनशिप में रहना आम बात हो गई है. इसी कारण हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि लोगों को अब इस रिश्ते को स्वीकार ने में दिक्कत नहीं होनी चाहिए.
- देश के अलग-अलग जगहों से आकर दूसरी जगह नौकरी करने वालों की संख्या काफी ज्यादा है. घरों से दूर रह रहे इन युवाओं के बीच प्यार होने लगता है, जिसके बाद वह एक साथ रहने लगते हैं.
- लिव इन रिलेशन में इंसान को पूरी आजादी रहती है, इसलिए लोग आज कल लिव-इन में रहना पसंद करते हैं.
- कई लोग शादीशुदा कपल की तरह बहुत सारी जिम्मेदारियों में नहीं रहना चाहते हैं. लिव-इन में रहने वालों के उपर किसी काम को करने का कोई प्रेशर नहीं होता है. वह टेंशन फ्री रहते हैं.
- किसी अनजान शख्स के साथ शादी करने और पूरी जिंदगी बिताने से पहले लोग एक-दूसरे को समझना चाहते हैं इसलिए भी लिव-इन रिलेशनशिप में रहना पहले पसंद करते हैं.