Vertigo Treatment: जमीन से उठकर बालीवुड में अपना मुकाम खड़ा करने वाले फेमस एक्टर ayushmann khurrana भी एक बीमारी के 'चक्कर' में आ गए. दरअसल, यह बीमारी ही चक्कर वाली हैं. इसका खुलासा उन्होंने खुद एक नेशनल न्यूज चैनल के मंच पर किया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 6 साल पहले आयुष्मान खुराना वर्टिगो नामक एक बीमारी की चपेट में आ गए. उन्हें चक्कर आने और अन्य परेशानियां हुईं. उन्होंने डॉक्टर को दिखाया. डॉक्टर ने प्रॉब्लम की जड़ वर्टिगो होना बताया. आज हम इसी बीमारी पर बात करेंगे कि अभिनेता को चपेट में लेने वाली आखिर यह बीमारी है क्या? कैसे होती है और इलाज क्या है?


क्या होती है वर्टिगो
वर्टिगों में मरीज को आसपास की चीजें घूमती हुई नजर आती हैं. अगर मरीज एक जगह बैठा है या खड़ा है तो उसे लगेगा कि उसके पास मौजूद सभी वस्तुएं और इंसान चारों ओर घूम रहे हैं. यह एक मेंटल डिसीज है.


वर्टिगो दो तरह के होते हैं
वर्टिगों बीमारी को दो रूपों में देखा गया है. पेरिफेरल वर्टिगो, जिसमें कान के अंदरुनी हिस्से में या वेस्टिबुलर तंत्रिका में किसी तरह की प्रॉब्लम होती है. कान में अधिक इंपफेक्शन हो गया हो तो यह समस्या पेरिफेरल वर्टिगो बन जाती है. वेस्टिबुलर तंत्रिका शरीर का बैलेंस बनाने का काम करती है. दूसरी तरह की वर्टिगों का नाम है सेंट्रल वर्टिगो. यह बीमारी कोई स्ट्रोक, ब्रेन ट्यूमर, माइग्रेन, इन्फेक्शन, सिर में गंभीर चोट लगने पर हो सकती है. 


वर्टिगों के लक्षण जान लिजिए
चक्कर आना, आंखों के आगे अंधेरा छा जाना, पसीना अधिक आना, कमजोरी महसूस होना, तेज आवाज न सुन पाना, बैलेंस बनाने में कठिनाई होना, सिर में तेज दर्द होना, कम सुनाई देना, उंचाई से डर लगना, हर वक्त गिरना जैसा महसूस होना शामिल है. 



अब वर्टिगो का इलाज
वर्टिगो अटैक आने पर डॉक्टर रेस्ट करने की सलाह देते हैं. योगा करने से भी ब्रेन का संतुलन बनता है. तेज शोर या किसी ऐसी जगह न जाएं, जहां ब्रेन परेशान हो. यदि परेशानी अधिक हो रही है तो तुरंत मनोचिक्तिसक को दिखाएं. 


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