लड़कियों की हड्डियां हमेशा बदलती रहती है, पीरियड्स से लेकर इन स्थितियों में तो बदल जाती है शेप
रिसर्च में पता चला कि बच्चा पैदा होने के बाद मकाक्स के शरीर में कैल्शियम, फास्फोरस और मैग्नीशियम की काफी मात्रा में कमी पाई गई. इसकी वजह से मकाक्स के हड्डियों में भी बदलाव देखे गए.
कहा जाता है कि जब एक महिला मां बनती है तो उसका पुनर्जन्म होता है. दरअसल ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस प्रक्रिया के बाद महिलाओं के शरीर में काफी बदलाव आते हैं. यह बदलाव शरीर के आकार के साथ-साथ हड्डियों में भी आते हैं. अब इसी पर एक रिसर्च हुआ है जिसमें कई बातों का खुलासा किया गया है. वैसे तो यह रिसर्च मकाक्स बंदरों पर हुआ है, लेकिन इस रिसर्च के परिणाम इंसानों के लिए भी काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं.
हड्डियों पर क्या हुआ असर
रिसर्च में पता चला कि बच्चा पैदा होने के बाद मकाक्स के शरीर में कैल्शियम, फास्फोरस और मैग्नीशियम की काफी मात्रा में कमी पाई गई. इसकी वजह से मकाक्स के हड्डियों में भी बदलाव देखे गए. वैज्ञानिकों ने बच्चा पैदा होने वाली माताओं के साथ उन माताओं की तुलना की जिन्होंने अभी तक कोई गर्भधारण नहीं किया है तो इनमें सामान्य रूप से कई परिवर्तन दिखाई दिए.
हड्डियां पूरे जीवन आकार बदलती हैं
इंसान हों या जानवर उनके अंदर मौजूद हड्डियां हमेशा अपना आकार बदलती हैं. उनका विकास होता है और वह समय के साथ चौड़ी भी होती हैं. वैज्ञानिकों ने पाया कि जहां बढ़ती उम्र के साथ हड्डियों का घनत्व कम होता है. वहीं मासिक धर्म, कमजोरी और गर्भावस्था के बाद भी इनमें काफी परिवर्तन देखने को मिलता है.
इंसानों पर नहीं किया गया है अध्ययन
यह रिसर्च इंसानों पर नहीं किया गया है, बल्कि मकाक्स पर किया गया है. हालांकि, इंसान और मकाक्स दोनों एक ही प्राइमेट से आते हैं. आज से 60 करोड़ साल पहले मकाक्स के और इंसानों के पूर्वज एक ही हुआ करते थे, इसीलिए इस रिसर्च को इंसानों के साथ जोड़कर देखा जा सकता है. यही वजह है कि इस रिसर्च में निकले परिणामों को लेकर वैज्ञानिक इस पर विचार कर रहे हैं कि इंसानों पर यह कितना ज्यादा प्रभावी होता है. संभव है कि आने वाले समय में वैज्ञानिक ऐसा ही एक रिसर्च इंसानों पर भी करें.
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