कभी कानपुर और गोरखपुर की गलियों में क्रिकेट खेलता था यह बच्चा, अब बन गया ब्रिटेन का सांसद
नवेंदु मिश्रा ब्रिटेन के सांसद बन गए हैं, उनका गोरखपुर और कानपुर से गहरा संबंध रहा है. ऐसे में चलिए उनके बारे में कुछ खास बातें जानते हैं.
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ब्रिटेन में कंजर्वेटिव पार्टी की सरकार जा चुकी है, ऋषि सुनक ने अपनी हार स्वीकार कर ली है और अब लेबर पार्टी सत्ता में आ चुकी है. 14 साल बाद लेबर पार्टी यहां सत्ता में वापस आई है. लेबर पार्टी की जीत से कानपुर और गोरखपुर में चश्मा का माहौल है, क्योंकि ब्रिटेन के स्टॉकपोर्ट सीट से नवेंदु मिश्रा सांसद बने है, जो भारतीय मूल के हैं.
बचपन में खेलते थे क्रिकेट
स्टॉकपोर्ट सीट से दूसरी बार सांसद बने नवेंदु मिश्रा (35) का जन्म 1989 में कानपुर में हुआ था, उनका ननिहाल गोरखपुर में है. ऐसे में दोनों ही शहरों में जीत का जश्न मनाया जा रहा है. लखनऊ में रह रहे मिश्रा के मामा और समाजसेवी और कारोबारी नीलेन्द्र पांडेय ने बताया कि गोरखपुर, लखनऊ और कानपुर में कुछ लोगों ने मिठाइयां बांटकर और पटाखे फोड़ कर उनकी जीत का जश्न मनाया है. उनके मामा बताते हैं कि नवेंदु को बचपन में दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलना खूब पसंद था.
2019 में पहली बार बने थे सांसद
उनके मामा बताते हैं कि मिश्रा चार साल की उम्र में ही ब्रिटेन चले गये थे. इनके पिता इंडियन पेट्रोकेमिकल्स कॉरपोरेशन लिमिटेड में मार्केटिंग मैनेजर थे और इसके बाद वे ब्रिटेन की एक कंपनी का कार्यभार संभालने के लिए UK चले गए. मिश्रा अपने भाई और बहन के साथ ब्रिटेन में ही पले-बढ़े हैं. नवेंदु मिश्रा ने लंदन से पढ़ाई पूरी की और फिर राजनीति के मैदान में उतर गए. 2019 के चुनाव में वह स्टॉकपोर्ट सीट से ‘हाउस ऑफ कॉमंस’ के लिए चुने गये थे. पांडेय ने बताया कि मिश्रा स्टॉकपोर्ट में मजदूर संघ आंदोलन के जरिये राजनीति में आए थे.
कितने वोटों से जीते नवेंदु
वे स्टॉकपोर्ट सीट से वह दूसरी बार रिकॉर्ड मतों के अंतर से सांसद बने हैं. उन्होंने सबसे ज्यादा 16000 मतों से जीत हासिल की है. जबकि कोई भी सांसद 1000 से 1500 वोटों से ज्यादा के अंतर से नहीं जीत सका है.
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