बुलंदशहर में सोमवार रात 8 बजे एक घर में ऑक्सीजन सिलेंडर फट गया. इस ब्लास्ट की वजह से एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत हो गई. दरअसल, जिस घर में ऑक्सीजन सिलेंडर फटा वहां एक महिला की तबीयत खराब थी और उन्हीं के लिए घर में ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की गई थी. चलिए, इस आर्टिकल में आपको बताते हैं कि एलपीजी सिलेंडर ज्यादा खतरनाक होता है या फिर ऑक्सीजन सिलेंडर.
कितना खतरनाक है LPG सिलेंडर
एलपीजी और ऑक्सीजन दोनों ही गैसें हैं, लेकिन इनके उपयोग और भंडारण में काफी अंतर देखने को मिलता है. एलपीजी और ऑक्सीजन दोनों ही सिलेंडर विस्फोट के मामले में खतरनाक हो सकते हैं. एलपीजी सिलेंडर की बात करें तो इसमें मुख्यतः प्रोपेन और ब्यूटेन का मिश्रण होता है.
जिसकी वजह से ये एक दहनशील गैस बन जाती है. यानी अगर ये हवा में है तो एक चिंगारी या फ्लेम के संपर्क में आते ही ब्लास्ट हो सकता है. एलपीजी में जब विस्फोट होता है तो ये बड़े पैमाने पर आग और भीषण गर्मी पैदा करता है. इसकी चपेट में आने पर लोग गंभीर रूप से घायल हो सकते हैं या उनकी मृत्यु हो सकती है.
ऑक्सीजन सिलेंडर कितना खतरनाक होता है
एलपीजी जहां स्पार्क के संपर्क में आने से आग पकड़ता है, वहीं ऑक्सीजन एक ऐसी गैस है जो जलन को बढ़ाने में मदद करती है. यानी अगर आग लगी है और उसमें ऑक्सीजन मिल जाए तो ये भयानक हो सकता है. ऑक्सीजन आग के तापमान को इतना बढ़ा सकता है कि पत्थर भी गल जाए. यही वजह है कि ऑक्सीजन का ब्लास्ट एलपीजी के मुकाबले ज्यादा खतरनाक होता है.
हालांकि, यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि जहां एलपीजी किसी स्पार्क के जरिए ब्लास्ट हो सकता है. वहीं ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ ऐसा नहीं होता. ऑक्सीजन सिलेंडर तब खतरनाक होता है जब यह आग के संपर्क में या फिर ज्वलनशील पदार्थों के संपर्क में आए. ऐसा होते ही ऑक्सीजन सिलेंडर खतरनाक हो जाता है. यही वजह है कि जब कहीं ऑक्सीजन सिलेंडर रखा जाता है तो कई चीजों को ध्यान में रखा जाता है. इसके अलावा इसे ले आने, ले जाने के लिए भी एलपीजी के मुकाबले ज्यादा सावधानी बरती जाती है.
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