इंसान के शरीर में सबसे खास अंग दिमाग होता है. इसी से पूरा शरीर चलता है. अगर दिमाग काम करना बंद कर दे तो आदमी कोमा में चला जाएगा. चलिए अब आपको बताते हैं कि दिमाग के एक हिस्से में जो नई खोज हुई है वो इंसानों के भविष्य के लिए कितनी बड़ी है.


कैसे हुई खोज


वाशिंगटन यूनिवर्सिटी और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक एक दूसरी खोज कर रहे थे, लेकिन संयोगवश उन्होंने इस खोज के दौरान दिमाग से जुड़ी एक ऐसी खोज कर ली जिसने दुनिया को चौंका दिया. दरअसल, खोज के दौरान वैज्ञानिकों को पता चला कि दिमाग के एक बेहद छोटा सा हिस्सा सोने के दौरान एक्टिव रहता है और जागने के दौरान बंद हो जाता है.


सोने के दौरान दिमाग में क्या होता है


वैज्ञानिकों ने इस शोध के दौरान पाया कि दिमाग के एक बेहद छोटे से हिस्से में सोने के दौरान अचानक से मस्तिष्क तरंगे चलने लगती हैं. वहीं जब इंसान जगा हुआ होता है तो इस हिस्से की मस्तिष्क तरंगे अचानक से कुछ मिलीसेकंड के लिए बंद हो जाती हैं.


चूहों पर हुआ शोध


आपको बता दे, यह शोध फिलहाल चूहों पर हुआ है. दरअसल, 4 साल तक वैज्ञानिकों ने चूहों के दिमाग के अलग-अलग हिस्सो पर रिसर्च किया और इसी शोध के दौरान एक दिन उन्हें ये पता चला कि दिमाग में एक ऐसा हिस्सा भी है जो सोते वक्त जागता है और जागते वक्त सोता है.


इंसानों के लिए मददगार है ये शोध


इस शोध से पहले जितने भी शोध हुए थे उनमें मस्तिष्क के तरंगों को एक पैटर्न के जरिए परिभाषित किया गया था. इनमें अल्फा, बीटा और थीटा जैसी तरंगें थीं. जबकि नींद के लिए जिन तरंगों को जिम्मेदार माना जाता था वो डेल्टा तरंगें थीं. लेकिन अब मस्तिष्क के एक हिस्से में हो रहा ये बदलाव, दिमाग की अलग-अलग अवस्थाओं को लेकर हमारी समझ को चुनौती दे रहा है.


इसके अलावा ये नई खोज नींद से संबंधित कई बीमारियों के इलाज में भी इंसानों की मदद करेगा. वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में जीव विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर कीथ हेनगेन मानते हैं कि यह नया शोध इंसानों से जुड़ी न्यूरोडेवलपमेंटल और न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों के इलाज में काफी मदद करेगा.


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