क्या जीभ पर कट लगाकर बनाया जा सकता है टैटू, इससे क्या-क्या होती हैं दिक्कतें?
टैटू का शौक आज के वक्त अधिकांश युवा वर्ग के लोगों को है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि टैटू बनवाना कितना खतरनाक होता है और जीभ जैसे अंग पर टैटू बनवाने पर क्या खतरा है.
आज के वक्त स्टाइलिश और कूल दिखने के लिए ज्यादातर लोग अपने शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर टैटू बनवाते हैं. टैटू बनवाने के शौकीन लोग शरीर का कोई अंग नहीं छोड़ रहे हैं. ऐसे ही एक ताजा मामला आया है जहां जीभ पर कट लगाकर टैटू बनाया गया है. हालांकि पुलिस ने अब उसे गिरफ्तार किया है.
क्या है मामला
बता दें कि त्रिची पुलिस ने चथिराम बस स्टैंड के पास अवैध रूप से टैटू की दुकान चलाने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक दोनों ने सोशल मीडिया वीडियो के माध्यम से जोखिम भरी प्रक्रिया को बढ़ावा दिया और अतिरिक्त शाखाएँ खोलकर अपने संचालन का विस्तार करने की योजना बनाई है जांच के बाद रविवार रात को त्रिची कॉर्पोरेशन ने दुकान को सील कर दिया.
सोशल मीडिया पर डालता था वीडियो
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक हरिहरन ने जनवरी में खुद का टंग स्प्लिटिंग कराया और बाद में सर्जरी करवाई. इसके बाद, वह मुंबई गया और अपनी आंख पर टैटू करवाने के लिए ₹2 लाख खर्च किए. हरिहरन को यूनिक टैटू बनवाने का शौक है और वह इन्हें अपने Instagram अकाउंट पर शेयर करता रहता था. बता दें कि इस मामले में आरोप है कि हरिहरन ने बिना किसी मेडिकल तैयारी के जयरामन पर खतरनाक टंग स्प्लिटिंग ऑपरेशन किया.
टैटू इंक में हानिकारक बैक्टीरिया
शरीर पर टैटू बनावाने पर उसके बहुत सारे साइड् इफेक्ट्स भी है. वहीं जीभ जैसे शरीर के जरूरी पार्ट के साथ छेड़खानी करना जानलेवा हो सकता है. क्योंकि जीभ के जरिए इंफेक्शन तेजी से शरीर में फैलेगा. ASM जर्नल्स में जुलाई 2024 में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक अमेरिका में आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले 75 टैटू और स्थायी मेकअप इंक के नमूनों का परीक्षण किया गया है. इन नमूनों में से 26 में संक्रमणकारी बैक्टीरिया पाए गए. इनमें से दो प्रमुख बैक्टीरिया थे.
Staphylococcus epidermidis: यह बैक्टीरिया गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है, जैसे कि त्वचा संक्रमण और अन्य जटिलताएं.
Cutibacterium acnes: यह बैक्टीरिया एक्ने (मुहांसे) का कारण बनता है, जो त्वचा पर दर्दनाक और सूजनयुक्त धब्बे बना सकता है.
कैंसर का खतरा
स्वीडन के लुंड यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि टैटू कराने से ब्लड कैंसर, खासकर लिम्फोमा, का खतरा बढ़ जाता है. टैटू और स्किन कैंसर के बीच सीधा संबंध नहीं पाया गया है. लेकिन, टैटू होने से स्किन कैंसर के लक्षण पहचानना मुश्किल हो सकता है. जैसे, स्किन कैंसर के शुरुआती लक्षण - धब्बे और घाव - टैटू के नीचे छिप सकते हैं. इससे बीमारी का सही समय पर पता नहीं चलता और समस्या बढ़ सकती है. लेकिन ये कैंसर की वजह हो सकती है.
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