पिछले कुछ सालों में एक शब्द बहुत सुनाई दिया है एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस. दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आने से बेहद बदलाव हुए हैं. अभी बदलाव अच्छे हैं बुरे हैं इन पर बहस की जा सकती है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विज्ञान को इंसानों की तरह सोने की शक्ति दे रही है. किसी के शरीर पर किसी का चेहरा लगा दिया जा रहा है. किसी और की आवाज में किसी और की आवाज जोड़ दी जा रही है. यह सब एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बदौलत हो रहा है. अब खबर आई है की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यह भी बता देगी कि किसी व्यक्ति की मृत्यु कब होगी. आइए जानते हैं पूरी खबर.
AI बताएगी मौत की तारीख
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने इस दुनिया में काफी चीज बुनियादी तौर पर बादल के रख दी है. खबर आ रही है कि एआई के एक नए मॉडल ने इस पर रिसर्च की है कि किसी व्यक्ति की मौत कब हो सकती है. इस नए मॉडल का नाम है Life2vec. डेनमार्क टेक्निकल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने इस विषय पर शोध किया है इसके साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नए मॉडल ने डेनमार्क के लोगों के व्यक्तिगत डेटा को स्टडी किया है जिससे पता चला है कि आई का नया मॉडल किसी भी और साइंटिफिक सिस्टम से सटीक यह पता लग रहा है कि किसी व्यक्ति की करने की संभावना कितनी है.
78 फीसदी सही आंकड़े
डेनमार्क में आई कि इस नए मॉडल के साथ 35 साल से लेकर 65 साल के लोगों पर टेस्ट किया. जिनमें से कुछ लोगों की मृत्यु लोग तो 2016 से 2020 के बीच हो चुकी थी. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नए मॉडल ने अपनी रिसर्च में 78 फीसदी जवाब सटीक बताए थे.
प्राइवेट सेक्टर रखना होगा दूर
नए मॉडल को लेकर वैज्ञानिकों ने इस बात की आशंका जताई है कि यह मॉडल अगर किसी प्राइवेट बीमा कंपनी के हाथों में लग गए तो उसका यह दुरुपयोग कर सकते हैं. क्योंकि बीमा कंपनियां व्यक्तियों की इन्हीं जानकारी को देखकर उन्हें बीमा देती हैं. फिलहाल आम आदमियों के इस्तेमाल के लिए या मॉडल उपलब्ध नहीं है