क्या कोई भी किसी पाकिस्तानी लड़की से शादी कर सकता है? जानें क्या है इसे लेकर नियम
यदि कोई पाकिस्तानी लड़की से शादी करना चाहे तो वो क्या आसानी से शादी कर सकता है? चलिए जान लेते हैं.
भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते कभी भी पूरी तरह से अच्छे नहीं रहे हैं और ऐसे में जब अंतर्राष्ट्रीय शादी के मुद्दे को लेकर कई कानूनी और सांस्कृतिक सवाल उठते हैं. खासतौर पर जब एक भारतीय नागरिक और एक पाकिस्तानी नागरिक के बीच शादी की बात आती है, तो इस मुद्दे पर कई नियम और लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आती हैं.
पाकिस्तानी कानून के तहत शादियां
पाकिस्तान में शादी के नियम शरीयत कानून और अन्य धार्मिक कानूनों पर आधारित होते हैं. पाकिस्तान में एक पाकिस्तानी लड़की के लिए विदेशी नागरिक से शादी करने के लिए कुछ खास शर्तें हैं. जैसे पाकिस्तान में शादी के लिए धार्मिक और कानूनी नियमों का पालन करना आवश्यक है. वहीं यदि एक पाकिस्तानी लड़की मुस्लिम है और उसकी शादी एक भारतीय मुस्लिम से हो रही है, तो धार्मिक नियमों का पालन किया जाना चाहिए.
इसके अलावा पाकिस्तानी कानून के मुताबिक, विदेशी नागरिकों के साथ विवाह के लिए पाकिस्तान की सरकार से स्वीकृति लेनी जरुरी है. इसमें एक विस्तृत प्रक्रिया से भी गुजरना पड़ सकता है, जिसमें कागजी कार्रवाई, सुरक्षा जांच, और अन्य कानूनी औपचारिकताएं शामिल हैं.
यह भी पढ़ें: दुनिया के इस शहर में घुसने के लिए देनी होती है एंट्री फीस, वजह जानकर हैरान रह जाएंगे आप
वीजा और इमीग्रेशन
विदेशी नागरिकों के लिए पाकिस्तान में शादी करने के बाद, वीजा और इमीग्रेशन की समस्याएं भी सामने आ सकती हैं. यह जरुरी है कि भारतीय नागरिक को शादी के बाद पाकिस्तानी वीजा पाने के लिए खास औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी. इसके लिए भारतीय दूतावास या पाकिस्तानी उच्चायोग से संपर्क करना जरुरी हो सकता है. इसके अलावा शादी के बाद पाकिस्तान में निवास की वैधता के लिए भी सही वीजा और परमिट की जरुरत होगी.
भारतीय कानून के तहत शादियां
बता दें भारत में शादी की कानूनी प्रक्रिया मुख्य रूप से भारतीय विवाह अधिनियम, 1955 और विशेष विवाह अधिनियम, 1954 के तहत होती है. विशेष विवाह अधिनियम के तहत एक भारतीय नागरिक और एक विदेशी नागरिक (जैसे पाकिस्तानी) एक-दूसरे से शादी कर सकते हैं. इस कानून के तहत शादी करने के लिए कुछ शर्तें लागू होती हैं. जैसे दोनों पार्टनर्स को इस शादी के लिए पूरी तरह से सहमत होना चाहिए. यह सहमति स्वतंत्र और बिना किसी दबाव के होनी चाहिए. इसके अलावा दूल्हे की आयु 21 वर्ष और दुल्हन की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए. साथ ही भारतीय सरकार की ओर से शर्त है कि विदेशी नागरिक के पास एक वैध पासपोर्ट और वीजा होना चाहिए. इसके साथ ही उन्हें भारतीय दूतावास में कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी.
यह भी पढ़ें: मिड टर्म में इस्तीफा देने के बाद नए सीएम को कैसे मिलती है जिम्मेदारी, जानिए कैसे होता है पावर ट्रांसफर