एनडीए गठबंधन ने नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुना गया है. मतगणना के बाद पीएम आवास पर बीते बुधवार को एनडीए की पहली बैठक हुई थी. इस बैठक में 16 पार्टियों के 21 नेता शामिल हुए थे. अब सवाल ये है कि क्या इंडिया गठबंधन भी सरकार बनाने का प्रस्ताव पेश कर सकती है? आज हम आपको बताएंगे कि कोई भी पार्टी किन नियमों के तहत सरकार बनाने का प्रस्ताव पेश कर सकती है.
एनडीए की सरकार
बता दें कि नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस (एनडीए) ने भाजपा की अगुवाई में स्पष्ट बहुमत हासिल किया है. वहीं इंडिया गठबंधन की स्थिति भी काफी अच्छी है. गौरतलब है कि एनडीए में शामिल भाजपा को अकेले 240 सीटें मिली हैं, जबकि सहयोगी दल टीडीपी को 16 और जेडीयू के पास 12 सीटें और अन्य घटक दलों को मिलाकर एनडीए के पास पूर्ण बहुमत है. इसके साथ ही नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार सरकार बनाने का ऐलान कर दिया है.
इंडिया गठबंधन
इंडिया गठबंधन में सबसे ज्यादा कांग्रेस के पास 99, सपा के पास 37 सीटें हैं. सोशल मीडिया पर इंडिया गठबंधन के नेता और कुछ समर्थक सरकार बनाने का दावा करते नजर आ रहे हैं. इसलिए सवाल ये है कि क्या इंडिया गठबंधन भी दावा पेश कर सकता है. जानिए इसको लेकर क्या नियम हैं.
सरकार बनाने का दावा
नियमों के मुताबिक सरकार बनाने का दावा कोई भी पार्टी नहीं कर सकती है. सरकार बनाने का अधिकार सबसे अधिक संख्या वाले राजनीतिक दल के पास होता है. इस मामले में भारतीय जनता पार्टी सबसे आगे है. इसलिए एनडीए गठबंधन के पास पूर्ण बहुमत है. नियमों के मुताबिक सरकार बनाने का पहला अधिकार एनडीए के पास ही है. वहीं अगर भाजपा का किसी के साथ गठबंधन नहीं होता, उस स्थिति में भी वह सबसे बड़ी पार्टी के रूप में केंद्र में सरकार बनाने की हकदार होती. इसलिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अब भाजपा की अगुवाई वाले गठबंधन को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करेंगी. इंडिया गठबंधन के पास बहुमत नहीं है, इसलिए इंडिया गठबंधन सरकार बनाने का दावा नहीं कर सकता है.
अब सवाल है कि इंडिया गठबंधन को किस स्थिति में सरकार बनाने का दावा मिल सकता है? नियमों के मुताबिक राष्ट्रपति ने जिस दल को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है, अगर वह दल मना करता है, तो उस स्थिति में दूसरे सबसे बड़े दल को बुलाया जा सकता है. हालांकि अभी देश में ऐसी कोई स्थिति नहीं है. क्योंकि भाजपा सरकार बनाने की घोषणा कर चुकी है. दूसरा सवाल क्या एनडीए गठबंधन से सांसदों के बाहर निकलने पर इंडिया गठबंधन सरकार बनाने का दावा कर सकती है. बता दें कि अगर एनडीए से कुछ सांसद और पार्टियां बाहर होती हैं, ऐसी स्थिति में भी राष्ट्रपति बीजेपी को ही सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करेंगी. क्योंकि बीजेपी अकेले सबसे अधिक सीट के साथ आगे हैं. हालांकि इस स्थिति में बीजेपी को सदन में अपना बहुमत साबित करना पड़ेगा. आसान भाषा में कहें तो इंडिया गठबंधन अभी सरकार बनाने का दावा नहीं कर सकती है.
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