क्या पाकिस्तान में हो सकती है भारत के प्लेन की इमरजेंसी लैंडिंग? जानें क्या हैं नियम
हवाई यात्रा के दौरान प्लेन में कोई परेशानी होने पर इमरजेंसी लैंडिंग होना आम बात है, लेकिन क्या हो जब प्लेन की लैंडिंग पड़ोसी देश पाकिस्तान में होनी हो? चलिए जानते हैं कि क्या पाकिस्तान में ऐसा संभव है
हवाई यात्रा की दुनिया में इमरजेंसी लैंडिंग एक सामान्य बात है, जब भी किसी प्लेन में कोई तकनीकी परेशानी आती है या फिर किसी अन्य परेशानी के चलते उसे इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ती है तो वो किसी भी देश में परमिशन लेकर ऐसा कर सकते हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या किसी भारतीय विमान को पाकिस्तान में इमरजेंसी लैंडिंग करने की अनुमति मिल सकती है? यह सवाल खासतौर पर तब जरुरी होता है जब दो देशों के बीच तनावपूर्ण रिश्ते हों, जैसे भारत और पाकिस्तान के बीच. ऐसे में चलिए जानते हैं कि क्या भारतीय विमान को पाकिस्तान में इमरजेंसी लैंडिंग मिल सकती है.
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क्या हैं इमरजेंसी लैंडिंग के नियम?
इमरजेंसी लैंडिंग का मतलब है कि किसी विमान को किसी आपात स्थिति में अपनी उड़ान को रोककर तत्काल लैंडिंग करनी पड़ती है. ऐसे में विमान को सबसे नजदीकी हवाई अड्डे पर लैंड करने की अनुमति दी जाती है, चाहे वो विमान भारत का हो या किसी अन्य देश का. यह नियम अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा के तहत निर्धारित है और सभी देशों में लागू होता है.
भारत और पाकिस्तान के रिश्ते हमेशा से ही तनावपूर्ण रहे हैं और दोनों देशों के हवाई यातायात में भी कई बार सीमा विवाद उठ चुके हैं. हालांकि, अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा के नियमों के मुताबिक यदि किसी भारतीय विमान को पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में इमरजेंसी लैंडिंग की जरुरत पड़ती है, तो पाकिस्तान को उसे इमरजेंसी के आधार पर लैंडिंग की अनुमति देनी ही पड़ेगी.
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इंटरनेशनल एविएशन के नियम
आईसीएओ (ICAO) यानी इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार, किसी विमान को इमरजेंसी लैंडिंग करने का अधिकार होता है और उस समय संबंधित देश को उस विमान को लैंड करने की अनुमति देनी होती है. यदि किसी भारतीय विमान की इमरजेंसी लैंडिंग पाकिस्तान में होनी है, तो पाकिस्तान को इसे मंजूरी देनी होगी, भले ही दोनों देशों के बीच राजनैतिक तनाव हो. यह नियम विमान की सुरक्षा से जुड़ा होता है और प्राथमिकता होती है. हालांकि फिर भी पाकिस्तान किसी भारतीय विमान को अपने देश में लैंडिंग की अनुमति देने से पहले राजनीतिक और सुरक्षा के बारे में सोचेगा और फिर ही लैंडिंग की अनुमति देगा.
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