क्या मुस्लिम धर्म अपनाने के बाद बन सकते हैं हिंदू, क्या है इसका प्रोसेस?
देश में धर्म परिवर्तन का खेल तेजी से जारी है. खासकर गरीब परिवार के लोगों को इसके लिए टारगेट बनाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कोई मुसलमान बनने के बाद वापस हिंदू धर्म कैसे अपना सकता है.
भारत समेत कई देशों में धर्मपरिवर्तन तेजी से जारी है. धर्मपरिवर्तन को लेकर देश में एक अलग ही खेल चल रहा है. खासकर गरीब परिवारों को धर्म परिवर्तन के लिए कहा जाता है और उसके बदले उन्हें पैसा और अन्य चीजें दी जाती हैं. लेकिन सवाल ये है कि कोई व्यक्ति इस्लाम धर्म अपनाने के बाद वापस हिंदू धर्म कैसे अपना सकता है. आज हम आपको इससे जुड़ा नियम बताएंगे.
धर्म परिवर्तन
देश में धर्म परिवर्तन का खेल तेजी से बढ़ रहा है. धर्म परिवर्तन के लिए खासकर गरीब परिवारों के लोगों को टारगेट बनाया जाता है. धर्म परिवर्तन के नाम पर गरीबों को घर,पैसा समेत अन्य सुविधाएं दी जाती है, जिसके लालच में आकर गरीब अपना धर्म छोड़कर दूसरा धर्म अपना लेते हैं. लेकिन अब सवाल ये है कि क्या कोई व्यक्ति धर्म परिवर्तन करने के बाद वापस अपने धर्म में लौट सकता है और इसके लिए क्या नियम होते हैं.
धर्म बदलने का तरीका
बता दें कि धर्म बदलने का दो तरीका होता है. इसमें पहवा कानूनी तौर पर धर्म बदलना और दूसरा धार्मिक स्थल पर जाकर धर्म बदलना है.
क्या है कानूनी तरीका
सबसे पहले धर्म को बदलने का एक एफिडेविट बनवाना होता है. इसे शपथपत्र भी कहते हैं. इसे कोर्ट में वकील तैयार करवा देता है. इसमें अपना बदला हुआ नाम, बदला हुआ धर्म और एड्रेस लिखना होता है. इसमें एड्रेस प्रूफ और पहचान पत्र भी देना होता है. इसे नोटेरी अटेस्ट करवाया जाता है. इसके बाद फिर किसी राष्ट्रीय दैनिक अखबार में अपने धर्म परिवर्तन की जानकारी का विज्ञापन प्रकाशित करना होता है.
वहीं सरकारी तौर पर इसे दर्ज करने के लिए गजट ऑफिस में आवेदन करना होता है. हर प्रदेश का अपना गजट ऑफिस होता है. आमतौर पर ये काम जिलाधिकारी कार्यालयों से होता है. इसमें कई डाक्यूमेंट्स और पासपोर्ट साइज की फोटो लगती है. आवेदन करने के बाद सरकारी प्रक्रिया पूरी होने में 60 दिन का समय लग सकता है. वहीं नया नाम धर्म के साथ गजट में दर्ज हो जाता है. वहीं जैसे ही गजट में बदला हुआ नाम आ जाता है. समझ लीजिए आप आधिकारिक तौर पर मनचाहे धर्म में शामिल हो चुके हैं.
धार्मिक स्थल पर कैसे बने हिंदू
हर धर्म के धार्मिक स्थल और संस्थान अपने हिसाब से कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं. अगर कोई हिंदू धर्म ग्रहण करना चाहता है, तो इसके लिए आधिकारिक तौर पर मंदिर में कोई सिस्टम नहीं है. इसके लिए मंदिर के पुजारी इच्छुक शख्स का शुद्धिकरण संस्कार करके उसे हिंदू बना सकते हैं. सांस्थानिक तौर पर विश्व हिंदू परिषद और आर्य समाज मंदिर हिंदू धर्म ग्रहण करने के लिए बेहतर हैं. कोई भी व्यक्ति विश्व हिंदू परिषद या आर्य समाज के मंदिर में जाकर हिंदू धर्म स्वीकार करने की इच्छा जता सकता है. इसके लिए पूजा-पाठ का एक प्रोटोकॉल बनाया गया है. इसका पालन करने के बाद कोई भी शख्स हिंदू धर्म में शामिल हो सकता है.
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