Can Government Ban Any Food Item: असम सरकार ने राज्य में बीफ पर पूरी तरह बैन लगा दिया है. अब राज्य के होटल, रेस्टोरेंट या किसी पब्लिक प्लेस पर बीफ परोसा नहीं जाएगा. इसके अलावा लोग पब्लिक प्लेस पर बीफ खा नहीं सकेंगे. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्सा सरमा ने सोशल मीडिया साइट पर बीफ बैन की जानकारी दी. हिमंता बिस्सा सरमा ने एक्स पर लिखा कि अब राज्य के होटल, रेस्टोरेंट या किसी पब्लिक प्लेस पर बीफ परोसा नहीं जाएगा.


असम सरकार ने अपने राज्य में बीफ को पूरी तरह किया बैन


अब सवाल है कि क्या सरकार खाने की किसी पर बैन लगा सकती है? दरअसल इस सवाल का जवाब है हां... हमारे देश में सरकार खाने की किसी चीज पर बैन लगा सकती है. हालांकि, असम कोई पहला राज्य नहीं है जहां बीफ को पूरी तरह बैन किया गया है.


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असम में पहले कानून क्या था?


दरअसल अब तक असम में बीफ खाने और परोसने पर कोई मनाही नहीं थी. इससे पहले 2021 में असम में कैटल प्रिजर्जेशन एक्ट लाया गया था. इस कानून के बाद उन इलाकों में स्लॉटर हाउस और बीफ की बिक्री पर रोक लगा दिया गया था, जहां हिंदू, सिख और जैन बहुसंख्यक हैं. साथ ही मंदिर या सत्र के 5 किलोमीटर के दायरे में बीफ को बैन कर दिया गया था.


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भारत में कितने लोग बीफ खाते हैं?


आंकड़े बताते हैं कि भारत में तकरीबन 7.50 करोड़ लोग बीफ खाते हैं. जिसमें मुस्लिमों की तादाद 6.34 करोड़ है. इसके अलावा भारत में तकरीबन 65 लाख ईसाई बीफ खाते हैं. जबकि हिंदूओं में बीफ खाने वालों की तादाद 1.26 करोड़ है. मेघालय राज्य में बीफ की खपत सबसे ज्यादा है. इस राज्य के तकरीबन 81 फीसदी लोग बीफ खाना पसंद करते हैं. इसके बाद लक्षद्वीप दूसरे नंबर पर है. लक्षद्वीप की 77 फीसदी आबादी बीफ खाती है.


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