Luxury Watches: लग्जरी घड़ियां बड़े-बड़े अरबपतियों का शौक होती हैं, रोलेक्स, पैटेक फिलिप और कार्टियर की घड़ियां ब्रांडेड मानी जाती हैं. लेकिन इन घड़ियों में निवेश करना निवेश करना ठीक नहीं माना जाता है, क्योंकि उनका मूल्य अक्सर बदलता रहता है. ये हम नहीं कह रहे बल्कि रोलेक्स के सीएओ जीन-फ्रेडरिक डुफोर का ऐसा कहना है. उन्हें लगता है कि घड़ियों को निवेश के तौर पर देखना जोखिम भरा है, लेकिन क्यों चलिए जान लेते हैं.
स्टॉक से नहीं करनी चाहिए घड़ियों की तुलना
रोलेक्स के डुफोर ने इस महीने की शुरुआत में स्विस आउटलेट को दिए इंटरव्यू में कहा कि, मुझे ये पसंद नहीं है जब लोग घड़ियों की तुलना स्टॉक से करते हैं. इससे गलत संदेश जाता है और ये खतरनाक है. इसके बजाय, उन्होंने कहा कि रोलेक्स की घड़ियां निवेश से ज्यादा "उत्पाद" जैसी हैं.
बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप के मुताबिक, घड़ियों को अक्सर निवेश के रूप में देखा जाता है क्योंकि उनका मूल्य समय के साथ बढ़ सकता है और घड़ियों ने अतीत में व्यापक वित्तीय बाजारों में देखी गई तेजी और मंदी का अनुसरण किया है. COVID-19 महामारी के दौरान, घड़ियों की कीमतें बढ़ रही थीं, जो कुछ हद तक शेयर बाजार के उच्च स्तर के मुताबिक थीं.
कैसे हुआ घड़ियों का पतन?
डुफोर का घड़ियों पर बयान ऐसे समय में आया है जब घड़ियों की दुनिया लंबे समय से उथल-पुथल के दौर से गुज़र रही है, क्योंकि उच्च ब्याज दरें और आर्थिक दबाव खरीदारों की परेशानियों को बढ़ा रहे हैं. रोलेक्स, पैटेक, ऑडेमर्स पिगुएट और अन्य कंपनियों की लग्जरी घड़ियों की कीमतों में गिरावट काफी समय से रही है क्योंकि ये कोविड-19 महामारी के बाद आई है, जब लोगों ने घड़ियों की खरीदारी पर जमकर पैसे खर्च किए थे. लंदन में मौजूद सब डायल के मुताबिक, पिछले दो वर्षों में सेकेंड हैंड घड़ियों की कीमत में लगभग 40% की गिरावट आई है.
सेकेंड हैंड घड़ियों की मांग में उछाल के बाद, स्विस घड़ी की दिग्गज कंपनी ने 2022 में रोलेक्स घड़ियों की प्रामाणिकता को चिह्नित करने वाले प्रमाण पत्र जारी करना शुरू कर दिया था. इसके अगले साल रोलेक्स ने घड़ी रिटेलर बुचेरर को खरीदकर एक और आश्चर्यजनक कदम उठाया, जिससे ये सामने आया कि टॉप ब्रांड की घड़ी ब्रांड ग्राहकों तक कैसे पहुंचेगा.
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